रांची: झारखंड (Jharkhand) की विभिन्न जेलों में सजा काट रहे 32 बंदियों को 15 अगस्त Independence day के अवसर पर रिहा किया जायेगा। प्रदेश सरकार ने इन सभी दोष सिद्ध बंदियों की सजा माफ कर दी है।
आजादी का Amrit Mahotsav के कार्यक्रमों के क्रम में पहले चरण 15 अगस्त के अवसर पर बंदियों के Jail में अच्छे आचरण को देखते हुए उनकी शेष सजा अवधि माफ करते हुए रिहा करने का निर्णय लिया गया है।
6 कैदियों को रिहा करने का निर्णय
State सरकार ने होटवार स्थित Birsa Munda Central Jail से 10, हजारीबाग स्थित जयप्रकाश नारायण केद्रीय कारा से 12, घाघडीह स्थित केद्रीय कारा से 3, गिरीडीह स्थित केद्रीय कारा से 1 और दुमका स्थित केद्रीय कारा से 6 कैदियों को रिहा करने का निर्णय लिया है।
रिहा होने वाले कैदियों में हजारीबाग स्थित JP Central Jail के सबसे अधिक उम्र के यमुना सोनार (77 वर्ष) और सबसे कम उम्र के राजू भुइयां (25 वर्ष) शामिल है।
मनी लॉन्ड्रिंग को सजा माफी का लाभ नहीं दिया जाता है
गौरतलब है कि गृह विभाग में राज्य स्तरीय Screening कमेटी कैदियों की जेल की शर्तों को कम करने का फैसला करती है और राज्य Cabinet को इसकी सिफारिश करती है, जिसे अंतिम मंजूरी के लिए राज्यपाल के पास जाती है।
Union Home Ministry ने सभी राज्य सरकारों को अपने-अपने राज्यों में कुछ मानदंडों को पूरा करने वाले कैदियों की सजा माफ करने का निर्देश दिया है।
मृत्युदंड और आजीवन कारावास के दोषी, आतंकी गतिविधियों में शामिल कैदी, NDPS के आरोप में दोषी, बलात्कार, मानव तस्करी, जाली नोटों और मनी लॉन्ड्रिंग को सजा माफी का लाभ नहीं दिया जाता है।