पटना: देश में अगले डेढ़ साल में 10 लाख नौकरियां देने की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) की घोषणा के बाद बिहार में सत्ता पक्ष ने इसे सराह और आभार जताया है वहीं विपक्ष ने इसपर पीएम से कई सवाल किये है।
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने पूछा है कि पीएम बताएं नौकरियां नियमित होंगी या संविदा पर। क्या इनके लिए भी परीक्षा फार्म शुल्क लिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि भाजपा ने सरकार में आने के पहले प्रतिवर्ष दो करोड़ नियमित नौकरियां देने का लिखित वादा किया था, लेकिन आठ वर्ष के शासन के बाद भी अब डेढ़ साल में केवल 10 लाख नौकरियां देने का जुबानी खर्च हो रहा है।
झूठ की कोई सीमा नहीं-तेजस्वी यादव
Tejashwi Yadav ने कहा कि इनकी बातों, वादों, कसमों, जुमलों, भाषणों और इरादों का तुलनात्मक विश्लेषण होना चाहिए। इनके झूठ की कोई सीमा नहीं।
तेजस्वी यादव ने कहा भाजपा की डबल इंजन सरकार बताए कि डेढ़ साल में देशभर में दी जाने वाली 10 लाख नौकरियां उनके वादे के अनुसार बिहार में दी जाने वाली 19 लाख नौकरियों से अलग है या उसी में से है।
देश के नौजवान यह बात नहीं भूले हैं कि हर साल दो करोड़ युवाओं को नौकरी और रोजगार (Employment) देने का वादा करने वाली सरकार ने आज हर सेक्टर में होने वाली बहाली रोक रखी है।
एजाज ने कहा जब 2024 चुनाव समीप दिख रहा है तो पीएम मोदी फिर से सुनहरे सपने और वादे का पिटारा लेकर सामने आए हैं।