कोलकाता: पश्चिम बंगाल विधानसभा में शुक्रवार को उस समय हंगामा हो गया, जब मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने कहा कि केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना भाजपा की अपने स्वयं के सशस्त्र बल बनाने की चाल है।
मुख्यमंत्री ने विधानसभा के चल रहे मानसून सत्र के दौरान सदन के पटल पर कहा, अग्निपथ परियोजना की घोषणा रक्षा मंत्रालय (Ministry of Defence) द्वारा नहीं की गई थी।
केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा घोषणा की गई थी। यह वास्तव में सेना के प्रशिक्षण की आड़ में अपना स्वयं का कैडर बल बनाने के लिए भाजपा की एक चाल है।
रक्षा बल हैं सिर्फ एक मुखौटा के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है। भाजपा पूरे देश में अपने गुंडों की एक ताकत बनाने के लिए लॉलीपॉप पेश कर रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा…
जब वह अपना भाषण दे रही थीं, विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी के नेतृत्व में विपक्षी भाजपा विधायकों ने विरोध करना और नारे लगाना शुरू कर दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा , चार साल की सेवा के बाद कई लोगों की नौकरी चली जाएगी। मैं उन्हें आपके आवास पर भेजूंगी और आपको उनकी नौकरी की जिम्मेदारी लेनी होगी।
इन टिप्पणियों ने भाजपा विधायक सदन के वेल में पहुंचे और विरोध प्रदर्शन और नारेबाजी करने लगे। जल्द ही भाजपा विधायकों ने सदन से वाकआउट कर दिया।
बाद में अधिकारी ने मीडिया से कहा कि मुख्यमंत्री ने इस तरह की टिप्पणी करके भारतीय सेना (Indian Army) का अपमान किया है।