नई दिल्ली: ‘वारिस पंजाब दे’ संगठन (‘Waris Punjab De’ organization) का चीफ अमृतपाल सिंह (Amritpal Singh) लगातार पुलिस की गिरफ्त से बाहर है।
उसकी तलाश के लिए कई राज्यों की पुलिस की टीमों ने तलाशी अभियान (Search Operation) शुरू किया है।
ऐसे में अब AIMIM (ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने अमृतपाल सिंह को लेकर सवाल उठाए हैं।
Some questions from a common man:
1. Why no UAPA case against Amritpal, despite heavy cache of weapons recovered?
2 Why no FIR on money laundering in Hindenburg’s allegations against Adani Or action by SEBI?
3 Why tax sops for rich PE investors and none for middle class?
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) March 25, 2023
ओवैसी ने किया Tweet
ओवैसी (Owaisi) ने Tweet कर एक के बाद एक तीन सवाल पूछे हैं। उन्होंने पहला सवाल उठाते हुए कहा कि भारी मात्रा में हथियार बरामद होने के बावजूद Amritpal के खिलाफ UPA का केस दर्ज क्यों नहीं किया गया?
Some questions from a common man:
1. Why no UAPA case against Amritpal, despite heavy cache of weapons recovered?
2. Why no FIR on money laundering in Hindenburg’s allegations against Adani Or action by SEBI?
3. Why tax sops for rich PE investors and none for middle class?
अडानी के खिलाफ हिंडनबर्ग के आरोपों पर उठाए सवाल
ओवैसी ने इसी तरह दूसरा सवाल पूछते हुए कहा कि अडानी के खिलाफ Hindenburg के आरोपों पर मनी लॉन्ड्रिंग (Money Laundering) को लेकर कई FIR दर्ज क्यों नहीं हुई या फिर SEBI पर कार्रवाई क्यों नहीं की गई? उन्होंने तीसरा सवाल पूछते हुए कहा कि अमीर PE निवेशकों को Tax में छूट क्यों दी गई है और मध्यम वर्ग (Middle Class) को इससे महरूम क्यों रखा गया है?
200 से अधिक समर्थक हिरासत में
खालिस्तानी विचारधारा (Khalistani Ideology) के समर्थक अमृतपाल सिंह को पकड़ने के लिए Punjab Police Operation चला रही है।
अब तक 207 से अधिक समर्थकों को हिरासत में लिया जा चुका है। इसमें उसके चाचा और Driver भी शामिल हैं।
कुछ लोगों को राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत हिरासत में रखा गया है। अमृतपाल सिंह पर भी NSA लगाया जा चुका है।
NSA असल में बेहद सख्त कानून माना जाता है, जिसके तहत पुलिस किसी संदिग्ध को 12 महीने तक हिरासत में रख सकती है।
18 मार्च से शुरू हुई है ऑपरेशन
दरअसल Amritpal और उसके समर्थकों ने बीती 23 फरवरी को अजनाला पुलिस (Ajnala Police) थाने पर धावा बोल दिया था।
उसके समर्थकों (Supporters) ने लाठी, डंडे और तलवार से पुलिस पर हमला किया था।
इसी मामले में पुलिस ने केस दर्ज कर 18 मार्च से अमृतपाल के खिलाफ ऑपरेशन (Surgery) शुरू किया था।
सात जिलों की 50 से ज्यादा पुलिस की गाड़ियां इस ऑपरेशन में लगी थी। उसके बावजूद अमृतपाल भागने में कामयाब हो गया।
भारत के खिलाफ क्या-क्या साजिश रच रहा था अमृतपाल ?
– अमृतपाल भारत (India) के खिलाफ खतरनाक साजिश रच रहा था।
खुफिया एजेंसियों (Intelligence Agencies) के डोजियर में सामने आया है कि अमृतपाल नशामुक्ति केंद्रों (De-Addiction Centers) और गुरुद्वारों का इस्तेमाल हथियार जमा करने और युवाओं को आत्मघाती हमले के लिए तैयार करने में कर रहा था।
• अलग-अलग एजेंसियों से मिले Input के आधार पर तैयार इस डोजियर में दावा किया गया है कि अमृतपाल ISI और विदेशों में बैठे खालिस्तानी समर्थकों के इशारे पर काम कर रहा था। वो युवाओं को ‘खड़कूस’ यानी मानव बम बनाने के लिए उकसा रहा था।