देहरादून: अपनी 19 वर्षीया बेटी अंकिता भंडारी (Ankita Bhandari) की हत्या से आक्रोशित पिता ने रविवार को आरोपियों के लिए फांसी की सजा की मांग करते हुए आशंका जताई कि उनके Resort को ध्वस्त करने के साथ सबूत (Evidence) भी नष्ट हो गए होंगे।
हालांकि, पुलिस ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि घटना से संबंधित सभी साक्ष्य पहले ही जुटा लिए गए हैं।
पूर्व BJP नेता विनोद आर्य का पुत्र है
अंकिता के पिता वीरेंद्र सिंह भंडारी (Virendra Singh Bhandari) ने कहा कि रिजॉर्ट को ध्वस्त करने की कार्रवाई सबूत मिटाने का प्रयास भी हो सकती है। उन्होंने कहा, ‘‘रिजॉर्ट में रजिस्टर आदि रहे होंगे जिससे पता चलता कि वहां कौन-कौन से लोग आते थे, लेकिन उसे ढहाने से वे सब समाप्त हो गए।’’
उन्होंने मांग की कि उनकी बेटी की हत्या के आरोपियों को जल्द से जल्द फांसी दी जानी चाहिए। अंकिता पौड़ी जिले के यमकेश्वर में गंगा भोगपुर क्षेत्र के वनतारा रिजॉर्ट (Vantara Resort) में रिसेप्शनिस्ट (Receptionist) के तौर पर काम करती थीं और 19 सितंबर से लापता थीं।
बुलडोजर चलवाकर उसे ध्वस्त करवा दिया
इस मामले में पुलिस द्वारा शुक्रवार को गिरफ्तार तीन आरोपियों में से एक पुलकित आर्य पूर्व BJP नेता विनोद आर्य का पुत्र है, जो रिजॉर्ट का मालिक था।
घटना को लेकर लोगों के आक्रोश को देखते हुए CM पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर प्रशासन ने शुक्रवार की रात ही Resort पर बुलडोजर चलवाकर उसे ध्वस्त करवा दिया था।
आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाएगी
हालांकि, अंकिता के पिता के आरोपों पर पुलिस का कहना है कि वह रिजॉर्ट में जाकर तफ्तीश पूरी कर चुकी है और उसकी हत्या में शामिल आरोपियों को कड़ी सजा दिलाने के लिए उनके पास पर्याप्त सबूत हैं।
इस मामले का खुलासा करने वाली टीम का नेतृत्व करने वाले पौड़ी के Additional Superintendent of Police शेखर सुयाल ने बताया कि रिजॉर्ट में जाकर उनकी टीम पहले ही जांच पूरी कर चुकी है और उसे ध्वस्त किये जाने से मामला कमजोर नहीं पड़ेगा।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं आश्वस्त करना चाहता हूं कि आरोपियों के खिलाफ हमारे पास बहुत मजबूत साक्ष्य हैं। अंकिता का शव बरामद हो चुका है और आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाएगी।’’
अंकिता की अंतिम पोस्टमार्टम रिपोर्ट (Post Mortem Report) सार्वजनिक किए जाने की मांग के पूरी न होने तक उसकी अंत्येष्टि न करने पर अड़े पिता के बारे में सुयाल ने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं की जा सकती।
उन्होंने कहा कि अंकिता के शव का Post mortem AIIMS ऋषिकेश में चार चिकित्सकों के पैनल ने किया है और उसकी वीडियोग्राफी (Videography) भी की गयी है।
पुलिस और प्रशासन पर भरोसा करने का आग्रह करते हुए पुलिस अधिकारी ने श्रीनगर में ऋषिकेश-बदरीनाथ National Highway पर धरना दे रही जनता से वहां से उठने की अपील की।
परिजनों के समर्थन में एकत्र हुए लोगों ने सरकार (Government) से अंकिता के परिजनों को एक करोड़ रुपये का मुआवजा और उसके भाई को सरकारी नौकरी देने की मांग की है।