Dress Code for Teachers: गुरुओं को भारत में भगवान् का दर्जा दिया जाता है। लेकिन चंद लोगों के वजह से ये भी बदनाम हो रहे है। मामला बेगूसराय (Begusarai) का है।
जहाँ जिला शिक्षा पदाधिकारी ने सभी शिक्षकों के लिए स्कूल में ड्रेस कोड (Teachers School Dress Code) भी तय किया गया है। अगर शिक्षक स्कूल में जींस और टीशर्ट (Jeans and T-shirt) पहनकर आए तो उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
महिला टीचरों को भी भड़काऊ कपड़े पहनकर स्कूल में नहीं आने के निर्देश दिए गए हैं। बता दें कि विभाग के अपर मुख्य सचिव KK Pathak के निर्देश के बाद जिला शिक्षा पदाधिकारी अपने स्तर पर ऐसे-ऐसे फरमान जारी कर रहे हैं।
ड्रेस कोड तोड़ने पर होगी वेतन में कटौती
DEO द्वारा हाल ही में जारी Guideline में कहा गया है कि शिक्षिकाओं को भड़काऊ या ज्यादा चमकीले कपड़े पहनकर स्कूल में आने पर मनाही होगी।
पुरुष शिक्षक (Male Teacher) भी जींस टीशर्ट पहनकर स्कूल में न आएं। स्कूल में निरीक्षण (School Inspection) के दौरान अगर शिक्षक या शिक्षिका इन नियमों का उल्लंघन करते पाए गए तो उनके वेतन में कटौती की जाएगी।
कक्षा में मोबाइल चलाने, कुर्सी पर बैठने पर भी रोक
शिक्षकों को नियमों के दायरे में रहकर बच्चों को पढ़ाने की हिदायत दी जा रही है। जिला शिक्षा पदाधिकारियों (District Education Officers) ने कक्षा में मोबाइल ले जाने और कुर्सी पर बैठने पर भी रोक लगाई है।
स्कूलों से बिना कारण अनुपस्थित रहने वालों पर भी एक्शन लिया जा रहा है। इसके लिए समय-समय पर विभाग एवं जिला प्रशासन (Department and District Administration) की टीम स्कूलों का निरीक्षण कर रही है।
KK Pathak के शिक्षा विभाग का ACS बनने के बाद से राज्यभर के स्कूलों में काफी बदलाव आया है। ऐसा लगता है मानों अब बच्चों को उचित शिक्षा मुहैया (Provide Proper Education) करना संभव है।