बेगूसरा: शिव भक्ति (Shiva Bhakti) के पावन माह सावन के दूसरी सोमवारी के अवसर पर शिवालयों में भारी भीड़ जुटेगी।
दूसरे सोमवार को जलाभिषेक (Jalabhishek) करने को लेकर रविवार को गंगा घाटों पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी।
सबसे अधिक भीड़ सिमरिया गंगा घाट पर जुटी, जहां कि बाबा हरिगिरी धाम गढ़पुरा, अशोक धाम लखीसराय, विद्यापति धाम तथा कुशेश्वर स्थान दरभंगा जाने वाले हजारों श्रद्धालु जल लेकर रवाना हुए। जबकि, झमटिया घाट से भी बड़ी संख्या में कांवरिया विद्यापति धाम एवं हरिगिरी धाम सहित अन्य शिवालय के लिए रवाना हुए हैं।
इस दौरान सिमरिया के तमाम रास्ते गेरुआमय होकर हर-हर महादेव (Har Har Mahadev) के जयकारों से गूंज उठा। जलाभिषेक के लिए सिमरिया गंगा तट पर रविवार की सुबह से ही भीड़ उमड़ने लगी जो देर शाम तक लगातार जारी है।
श्रद्धालु बोल बम के जयकारे के साथ गंगा में डुबकी लगाकर जल संकल्प एवं पूजन के बाद विभिन्न मंदिरों में जलाभिषेक के लिए रवाना हुए। सबसे अधिक श्रद्धालुओं की भीड़ हरिगिरी धाम गढ़पुरा के कांवरिया पथ (Kanwariya path) की ओर चल पड़ी है।
इस दौरान श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर पुलिस बल एवं गंगा स्नान के दौरान गहरे पानी में जाने तथा आकस्मिक घटना होने पर बचाने के लिए गंगा तट किनारे अनिल कुमार सहित गोताखोर की पूरी टीम मुस्तैद रहा।
25 से अधिक जगहों पर सेवा शिविर लगाए गए
सरकार द्वारा आयोजित श्रावणी मेला के दौरान सिमरिया से हरिगिरी धाम (Harigiri Dham) जाने वाले शिव भक्तों की सुविधा और सुरक्षा को लेकर व्यापक बंदोबस्त का दावा किया गया है।
प्रशासन द्वारा सिमरिया से गढ़पुरा तक के पूरे कांवरिया पथ पर विभिन्न जगहों पर सुरक्षाबलों को तैनात करने के साथ-साथ विश्राम आदि की व्यवस्था किया गया है।
वहीं, निजी स्तर पर 25 से अधिक जगहों पर सेवा शिविर लगाए गए हैं। हालांकि सारी कवायद के बावजूद प्रशासन अब तक कांवरिया के चलने लायक कांवरिया पथ नहीं बनवा सकी है।
जीरोमाइल में करीब एक सौ मीटर में बांस से घेराबंदी कर औपचारिकता (Formality) पूरी कर ली गई है। वहां से बथौली तक फोरलेन के सर्विस लेन पर भी अवैध तरीके से वाहनों का कब्जा रहने के कारण शिव भक्तों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।