पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के समक्ष एक अणे मार्ग स्थित संकल्प में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से भवन निर्माण विभाग ने शुक्रवार को बापू टावर का डिजाइन पेश किया।
बापू टावर एक बहुमंजिला इमारत होगी जो राष्ट्रपति महात्मा गांधी को समर्पित होगी।
आने वाले दिनों में ऐतिहासिक शहर पटना की शान में बापू टावर चार चांद लगाएगा।
विभाग के सचिव कुमार रवि ने बापू टावर के भौतिक प्रगति की जानकारी दी।
साथ ही इसके निर्माण कार्य से जुड़े आर्किटेक्ट ने अपनी प्रस्तुति में प्रोजेक्ट बैकग्राउंड, प्रोजेक्ट स्टेटस, एक्जीविट डिजाइनिंग के संबंध में विस्तृत जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि पटना के गर्दनीबाग इलाके में सात एकड़ में बन रहा बापू टावर छह मंजिला होगा। चंपारण सत्याग्रह स्मृति के रूप में इस टावर का निर्माण किया जा रहा है।
आज भवन निर्माण विभाग की ओर से इसके निर्माण कार्य को लेकर मुख्यमंत्री के समक्ष प्रेजेंटेशन दिया गया।
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को समर्पित यह पहला टावर होगा, जिसे बापू टावर के नाम से जाना जाएगा।
बापू टावर में चंपारण सत्याग्रह और महात्मा गांधी से संबंधित ऑडियो-वीडियो भी रहेगा।
इस टावर का निर्माण इसी साल पूरा करने का लक्ष्य है। इस पर 85 करोड़ के आसपास राशि खर्च होगी।
इस मौक पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इसका बेहतर डिजायन बनाया गया है। बापू टावर निर्माण से हमारा उद्देश्य है कि आने वाली पीढ़ी को बापू के विचारों को समझने में सहुलियत हो।
बिहार बापू के जीवन में विशेष स्थान रखता है। बिहार भ्रमण के दौरान गांधी जी पर यहां की स्थिति का विशेष प्रभाव पड़ा और गांधी जी के विचारों से यहां के लोग काफी प्रभावित हुये।
बापू के चम्पारण आगमन के 30 वर्ष के अंदर ही देश को आजादी मिल गयी।
इसलिये चंपारण सत्याग्रह का विशेष महत्व है। इससे जुड़े इन सभी स्थानों को इसमें प्रमुखता से प्रदर्शित किया जाए।
उन्होंने कहा कि 10 अप्रैल, 2017 को गांधी जी के चंपारण आगमन के 100 साल पूर्ण होने पर ज्ञान भवन में दो दिनों का राष्ट्रीय विमर्श का आयोजन किया गया जिसमें चिंतक, विचारक, बुद्धिजीवी, राजनेता, युवा शामिल हुए और विमर्श के आधार पर एक दस्तावेज तैयार किया गया। देशभर के स्वतंत्रता सेनानियों को भी हमलोगों ने सम्मानित किया था।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 10 से 15 प्रतिशत लोग भी अगर बापू के विचारों को अपना लें तो देश और बदल जाएगा। बापू ने कहा था कि मेरा जीवन ही मेरा संदेश है।
बापू ने सात सामाजिक पाप बताए, जिसमें सिद्धांत के बिना राजनीति, काम के बिना धन अर्जन, विवेक के बिना सुख, चरित्र के बिना ज्ञान, नैतिकता के बिना व्यापार, मानवता के बिना विज्ञान एवं त्याग के बिना पूजा की चर्चा की है।
पर्यावरण संरक्षण को लेकर भी बापू ने कहा था कि पृथ्वी हमारी आवश्यकताओं को पूरा करने सक्षम है।
नीतीश ने कहा कि लालच को नहीं बापू के इन सभी विचारों को विशेष तौर पर इसमें प्रदर्शित करें।
शराबबंदी के संबंध में भी बापू के विचार को प्रदर्शित करें। हमने महिलाओं की मांग पर वर्ष 2016 में बिहार में पूर्ण शराबबंदी लागू की, यह बापू का भी सिद्धांत था।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बापू के विचारों को ध्यान में रखते हुए बिहार के लोगों की सेवा कर रहे हैं।
लोगों की सेवा करना ही हमारा धर्म हैं, इस सिद्धांत पर हमलोग काम कर रहे हैं। ‘बापू आपके द्वार’ कार्यक्रम के तहत घर-घर तक बापू के संदेश को पहुंचाया गया। हमारा उद्देश्य है कि बापू की सारी बातों की जानकारी लोगों को हो।
तीसरी से आठवीं कक्षा के छात्र छात्राओं के लिए ‘बापू की पाती तथा 9वीं से 12वीं कक्षा के छात्र-छात्राओं के लिए ‘एक था मोहन’ पुस्तक का प्रतिदिन स्कूलों में पाठ कराया जाता है, ताकि छात्र-छात्राएं बापू के विचारों को समझ सकें और आत्मसात कर सकें।
बापू के विचारों को अपनाकर हमलोगों ने महिला उत्थान, शराबबंदी, सामाजिक कुरीति उन्मूलन कार्य किये है, इसे भी प्रदर्शित करें।
उन्होंने कहा कि बापू टावर जल्द से जल्द बनकर तैयार हो जाए यह मेरी अपेक्षा है।