गया: गया जिले के नक्सल प्रभावित डुमरिया प्रखंड (Naxal-hit Dumaria Block ) में इन दिनों आवास के नाम पर पंचायतों में रिश्वतखोरी का खेल चल रहा है।
इसी तरह का मामला डुमरिया प्रखंड के मंझौली पंचायत में सामने आया है। जहां आवाज सहायक मनीष रंजन बिना पैसे लिए PM आवास की दूसरी किस्त की राशि लाभुक के खाते में नहीं भेज रहा था।
परिणाम स्वरुप पीड़ित ने निगरानी अन्वेषण ब्यूरो पटना (Monitoring Bureau of Investigation Patna) में शिकायत की। जांच में मामला सत्य पाया गया।
इसके बाद निगरानी विभाग के DSP अरुण पासवान के नेतृत्व में जाल बिछाया गया और मंगलवार को 20 हजार रिश्वत लेते आवास सहायक को प्रखंड कार्यालय में ही दबोच कर लिया गया।
आवास सहायक को गिरफ्तार (Arrest) होने की खबर जैसे ही कर्मियों को मिली प्रखंड कार्यालय में अफरा-तफरी का माहौल कायम हो गया। एक तरह से प्रखंड कार्यालय (Block Office) में हड़कंप मच गया।
बहुत निवेदन करने के बाद भी आवास सहायक राशि भेजने के लिए तैयार नहीं हुआ तब लाभुक घर लौट आया
डुमरिया प्रखंड के मंझौली पंचायत के टिकरा खुर्द के शिव कुमार यादव की Wife देवरानी देवी और सुनील कुमार की भाभी पूनम देवी के नाम पर PM आवास मिला था।
प्रथम किस्त की राशि दोनों के खाते में चली गई थी लेकिन दूसरी किस्त की राशि आवास सहायक नहीं भेज रहा था। इसी मामले को लेकर जब लाभुक 16 अगस्त को आवास सहायक से मिला तो उन्होंने स्पष्ट कहा कि 10-10 हजार दोंनो आवास के लाए देने पड़ेंगे।
दोनों मिलाकर 20 हजार दोगे तब ही दूसरी किस्त की राशि खाते में जाएगी। अन्यथा राशि नहीं भेजी जाएगी। बहुत निवेदन करने के बाद भी आवास सहायक राशि भेजने के लिए तैयार नहीं हुआ तब लाभुक घर लौट आया।
दूसरी किस्त की राशि खाते में नहीं भेजने के बाद लाभुक 18 अगस्त को निगरानी अन्वेषण ब्यूरो पटना (Monitoring Bureau of Investigation Patna) में शिकायत किया।
इसके बाद निगरानी विभाग के एक अधिकारी देवीलाल श्रीवास्तव जांच करने के लिए डुमरिया पहुंचे। जांच के दौरान मामला सत्य पाया गया।
आवास सहायक के Phone पर बात करने का Audio Clip भी साक्ष्य के रुप में मौजूद था। इसके बाद निगरानी विभाग के अधिकारियों ने कार्रवाई करने का निर्णय लिया।
लाभुक ने आवास सहायक को 20 हजार दिए
निगरानी अन्वेषण ब्यूरो के DSP अरुण पासवान ने बताया कि आवास सहायक ने लाभुक से रुपए लेने के लिए प्रखंड कार्यालय में बुलाया।
फिर लाभुक ने आवास सहायक को 20 हजार दिए। इसके बाद निकट में ही खड़े निगरानी टीम में शामिल अधिकारियों ने आवास सहायक को दबोच लिया।
डीएसपी ने बताया कि धावा दल टीम में उनके अलावा DSP आदित्य राज, DSP विंध्याचल प्रसाद, Police निरीक्षक सिकंदर मंडल, पुलिस निरीक्षक योगेंद्र कुमार, पुलिस अवर निरीक्षक अविनाश कुमार झा, हवलदार नरेश कुमार मंडल, सहायक अवर निरीक्षक जयप्रकाश, कॉन्स्टेबल अभिषेक कुमार शामिल थे।