पटना: पटना के थानों में एफआईआर दर्ज करने में आनाकानी करने वाले थानेदारों की अब खैर नहीं, क्योंकि पटना के वरिष्ठ आरक्षी अधीक्षक (एसएसपी) उपेंद्र शर्मा ने ऐसे थानेदारों को चेतावनी दी है जो एफआईआर दर्ज करने में टालमटोल करते है उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी।
पटना पुलिस के कई वरीय अधिकारियों को ये शिकायत मिली थी कि थाना में एफआईआर करवाने आये पीड़ितों को काफी चक्कर लगवाने के बाद उनसे सनहा लिखवाकर भेज दिया जाता है।
इसकी शिकायत मिलने पर एसएसपी ने यह एक्शन लिया है।
एसएसपी उपेंद्र शर्मा ने मीडिया से बात करते हुए सोमवार को यहां बताया कि उन्होंने सभी थानाध्यक्षों को निर्देश दिया है कि थानेदार पीड़ित का मुकदमा दर्ज करने में आनाकानी ना करें।
किसी भी मामले को छोटा समझकर ना छोड़ें। प्राथमिकी दर्ज कर केस की जांच की जाए, तभी अपराध और अपराधियों पर अंकुश लगाया जा सकता हैं।
प्राथमिकी दर्ज करने में आनाकानी करनेवाले थानेदारों की शिकायत मिलने पर उनपर कार्रवाई की जायेगी।
उन्होंने कहा कि प्रतिदिन कार्यालय में दर्जनों लोगों की समस्या सुनी जाती है।
इसमें से औसतन पांच लोग थाने में प्राथमिकी दर्ज नहीं किए जाने की समस्या लेकर आते हैं। उन सभी पीड़ितों की प्राथमिकी दर्ज कराई जाती है।
उन्होंने पीड़ितों से कहा कि यदि थाने में प्राथमिकी दर्ज नहीं की जा रही है तो पीड़ित उनके कार्यालय से संपर्क कर सकते हैं और उनसे सीधे भी आकर मिल सकते हैं।
अधिकारी को निर्देश देकर मुकदमा दर्ज करवाया जाएगा। एसएसपी ने सभी थानेदारों को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि पीड़ितों की शिकायतों को गंभीरता से लें और जांच कर उनकी प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई की जाये।
किसी भी प्रकार से पीड़ित को परेशान न करे। उन्होंने थानेदारों को रिस्पांस टाइम में पीड़ितों के फोन रिसीव आवश्यक रूप से करने का निर्देश दिया है।
ऐसा नहीं करने पर यदि शिकायत मिलती है तो संबंधित थानेदार के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।