रांची : भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद दीपक प्रकाश ने गुरुवार को धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा (Lord Birsa Munda) की पुण्यतिथि पर उनके चित्र पर श्रद्धासुमन अर्पित किया।
उन्होंने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा ने अपनी मिट्टी की संस्कृति और परंपरा (Culture and Tradition) को बचाने के लऐ अपने प्राणों की आहुति दे दी।
उनकी लड़ाई केवल अंग्रेजों के शोषण अत्याचार के खिलाफ ही नहीं, बल्कि जनजाति संस्कृति, परंपरा की रक्षा के लिए भी थी।
दीपक प्रकाश (Deepak Prakash) ने कहा कि अंग्रेजों ने केवल प्रशासनिक तौर पर ही गुलाम नहीं बनाया था, बल्कि अंग्रेजियत के प्रचार के लिये भोले-भाले आदिवासियों को उनकी मूल संस्कृति और पहचान को भी मिटाने की कोशिश की।
केंद्र सरकार ने बिरसा मुंडा के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित की
इसके विरोध में आवाज उठाते हुए धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की अगुवाई में लाखों वीरों ने अंग्रेजों के खिलाफ संघर्ष किया।
इस मौके पर पार्टी के प्रदेश संगठन महामंत्री धर्मपाल सिंह ने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा झारखंड के लोगों को ही नहीं, बल्कि पूरे भारत के लोगों के लिए प्रेरणा और श्रद्धा के अद्वितीय विभूति हैं।
अभाव में भी जनजाति समाज को संगठित कर इन्होंने अंग्रेजों की गोली का जवाब पारंपरिक हथियारों से दिया और दुश्मनों के दांत खट्टे कर दिए।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार (Central government) ने 15 नवंबर उनके जन्मदिवस को जनजाति गौरव दिवस घोषित कर भगवान बिरसा मुंडा के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित की है।
श्रद्धा सुमन अर्पित करने वालों में प्रदेश महामंत्री आदित्य साहू, डॉ प्रदीप वर्मा, सुबोध सिंह गुड्डू, गणेश मिश्र, काजल प्रधान, कुणाल षाड़ंगी, सरोज सिंह, शिवपूजन पाठक आदि शामिल रहे।