मुंबई: महाराष्ट्र में शिंदे सरकार (Shinde Sarkar) बनने के बाद शिवसेना प्रवक्ता सदस्य संजय राऊत (Shiv Sena spokesperson member Sanjay Raut) ने उम्मीद जतायी है कि अब महाराष्ट्र-कर्नाटक सीमा विवाद जल्द हल होगा।
राऊत ने कहा कि महाराष्ट्र और कर्नाटक में भाजपा सत्ता में है। केंद्र में भी भाजपा की सत्ता है, तो यह उम्मीद की जानी चाहिए कि महाराष्ट्र-कर्नाटक सीमा विवाद प्राथमिकता के साथ निपटाया जाएगा। उन्होंने कहा कि विवादित क्षेत्र को तत्काल केंद्रशासित क्षेत्र घोषित किया जाना चाहिए।
सांसद राऊत ने शनिवार को पत्रकारों से कहा कि मुख्यमंत्री दिल्ली में जाकर मुलाकात कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि महाराष्ट्र में ऐसा पहली बार हो रहा है कि राज्य के मंत्रिपरिषद विस्तार का निर्धारण दिल्ली में हो रहा है।
यह अपने आप में आठवां आश्चर्य है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र-कर्नाटक सीमा विवाद (Maharashtra-Karnataka border dispute) कई वर्षों से अटका हुआ है। इससे विवादित क्षेत्र में रहने वाले मराठी भाषियों पर अन्याय हो रहा है।
जनप्रतिनिधियों के चले जाने से पार्टी कभी भी खत्म नहीं होती : सांसद राऊत
अब महाराष्ट्र में भाजपा सत्ता में है, कर्नाटक में भी भाजपा का मुख्यमंत्री है और केंद्र में भाजपा की सरकार है, इसलिए इस विवाद को तत्काल हल किया जाना चाहिए।
राऊत ने कहा कि शिवसेना का चुनाव चिह्न धनुष बाण शिवसेना (Eletion Symbol Bow Arrow Shivsena) के ही पास रहने वाला है, इसलिए इस संबंध में फैलाई जा अफवाहों पर ध्यान नहीं देना चाहिए।
शुक्रवार रात को दिल्ली में शिवसेना सांसद कृपाल तुपाने के घर पर हुई बैठक से जुड़े सवाल पर राऊत ने कहा कि इस समय सारी चर्चा रात को ही हो रही है। इस संबंध में किसी भी सांसद ने अधिकृत वक्तव्य नहीं दिया है, इसलिए इस तरह की अफवाहों पर ध्यान नहीं देना चाहिए।
उल्लेखनीय है कि शुक्रवार रात को शिवसेना सांसद कृपाल तुपाने (Shiv Sena MP Kripal Tupane) के दिल्ली स्थित आवास पर हुई बैठक में 10 शिवसेना सांसदों के उपस्थित रहने की खबर मीडिया चला रहा है।
सांसद राऊत ने कहा कि जनप्रतिनिधियों के चले जाने से पार्टी कभी भी खत्म नहीं होती, शिवसेना उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में काम करती रहेगी।