पटना: 40 दिन पहले बिहार में जब एनडीए सरकार ने शपथ ली थी, उसी समय यह तय हो गया था कि अब सूबे में गवर्नेंस के तौर तरीकों में भाजपा इस बार नीतीश कुमार को फ्री हैंड नहीं देने वाली है।
धीरे-धीरे सरकार के एजेंडों पर भाजपा हावी नजर आने लगी है और अब तो भाजपा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सबसे कमजोर नब्ज पर हाथ रख दिये हैं।
पिछले डेढ़ दशक से गृह सचिव के पद पर जमे राज्य के वरिष्ठ आईएएस अधिकारी आमिर सुबहानी को हटाने की मांग भाजपा ने शुरू कर दी है।
बिहार में कानून-व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति को देखते हुए भाजपा के एमएलसी एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री डॉ. संजय पासवान ने बड़ा बयान दिया है।
संजय पासवान ने कहा है कि बिहार में 15 साल से एक ही व्यक्ति गृह सचिव क्यों है।
यह नीतीश कुमार को बताना चाहिए। भाजपा एमएलसी ने कहा कि आमिर सुबहानी बीते 15 साल से राज्य के गृह सचिव हैं। मुख्यमंत्री के पास अगर कोई इसका कारण या जवाब नहीं है तो फिर आमिर सुबहानी को हटाकर यह जिम्मेदारी किसी दूसरे पदाधिकारी को दिया जाना चाहिए।
इतना ही नहीं, भाजपा एमएलसी ने यह भी कहा है कि नीतीश कुमार को गृह विभाग का दायित्व छोड़ देना चाहिए। संजय पासवान ने कहा कि यह जरूरी नहीं है कि गृह विभाग भाजपा के किसी मंत्री के पास जाए।
नीतीश चाहें तो यह जदयू के पास ही रहे और उन्हीं की पार्टी का कोई मंत्री इस विभाग को देखे।
लेकिन इस तरह का बदलाव समय की जरूरत है।
दरअसल बिहार में इन दिनों आपराधिक घटनाएं काफी तेजी से बढ़ी हैं।
आये दिन हत्या, लूट और बलात्कार की घटनाएं सामने आ रही हैं, जिसको लेकर पहले भी भाजपा नीतीश कुमार के सुशासन पर सवाल खड़े कर चुकी है।
पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल, सासाराम के सांसद छेदी पासवान और भाजपा विधायक संजय सरावगी अपराध को लेकर सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठा चुके हैं।
बता दें कि जब बिहार में सरकार बनने वाली थी तब भी भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने गृह विभाग छोड़ने की बात नीतीश कुमार से कही थी।