पटना: बिहार (Bihar) के सारण जिले (Saran district) में कथित तौर पर जहरीली शराब (Poisonous Liquor) से हुई लोगों की मौत को लेकर मुख्य विपक्षी पार्टी भारतीय जनता पार्टी (BJP) सत्ता पक्ष पर हमलावर है।
इस बीच, BJP के विधायक और विधान पार्षद शुक्रवार को राजभवन मार्च किया और राज्यपाल फागू चौहान (Fagu Chauhan) को एक ज्ञापन सौंप बिहार में राष्ट्रपति शासन (President’s Rule) लगाने की अनुशंसा करने का अनुरोध किया।
बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता विजय कुमार सिन्हा (Vijay Kumar Sinha) और विधान परिषद में विपक्ष के नेता सम्राट चौधरी (Samrat Chowdhary) के नेतृत्व BJP के सभी विधायक और विधान पार्षद राजभवन मार्च किया और राज्यपाल से मिलकर एक ज्ञापन सौंपा।
बिहार में राष्ट्रपति शासन लगाने का किया जा रहा अनुरोध
ज्ञापन में बिहार सरकार की संवेदनहीनता एवं बिहार विधान सभा के शीतकालीन सत्र में विधानसभाध्यक्ष के द्वारा पक्षपात करने का आरोप लगाते हुए बिहार में राष्ट्रपति शासन (President’s Rule) लगाने की अनुशंसा करने का अनुरोध किया।
ज्ञापन में कहा गया है कि विगत कुछ दिनों में ही बिहार में जहरीली शराब (Poisonous Liquor) के कारण हजारों लोगों की मृत्यु हुई है।
इस मुद्दे पर विधान सभा के चलते शीतकालीन सत्र में उठाने का मांग रखा लेकिन सरकार के दबाव में अध्यक्ष द्वारा विपक्ष की उपेक्षा की गई और बोलने का मौका तक नहीं दिया गया।
ज्ञापन में कहा गया कि हम सभी का माइक एवं विपक्ष की ओर का कैमरा तक बंद कर दिया गया।
बिहार में कानून व्यवस्था हो चुकी है ध्वस्त
ज्ञापन में कहा गया है कि बिहार में कानून व्यवस्था पूर्णत: ध्वस्त हो चुकी है, दिन प्रतिदिन हत्या (Murder), लूट (Robbery ) एवं दुष्कर्म (Rape) की घटानायें तो बढ़ ही रही थीं। अब सरकार जहरीली शराब (Poisonous Liquor) से नरसंहार कराने पर तुल गई है।
मुख्यमंत्री के पास ही गृह विभाग का प्रभार है, लेकिन उनसे बिहार की विधि व्यवस्था संभल नहीं रही है, वह पूर्णत: अक्षम हो चुके हैं। इस परिस्थिति में सुधार हेतु राष्ट्रपति शासन (President’s Rule) के आलावा अन्य कोई विकल्प नहीं है।
राज्यपाल से मिलने वालों में विधान परिषद में विपक्ष के नेता सम्राट चौधरी, पूर्व उप मुख्यमंत्री तार किशोर प्रसाद, पूर्व मंत्री नंद किशोर यादव सहित कई लोग शामिल रहे।