लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी के पूर्व सांसद विनय कटियार (Vinay Katiyar) एक लंबे अंतराल के बाद वापस एक्शन में आ गए हैं। कटियार को कभी एक फायरब्रांड हिंदुत्व नेता के रूप में जाना जाता था।
ज्ञानवापी मस्जिद विवाद (Gyanvapi Masjid controversy) के बारे में बात करते हुए कटियार ने कहा कि जो चीजें जबरन छीन ली जाती हैं, उन्हें बलपूर्वक वापस लेना चाहिए।
अगर हिंदू हमारा समर्थन करते हैं, तो हम विवाद को हल करेंगे – बल के साथ या बिना। मुझे यकीन है कि अदालतें सहयोग करेंगी।
एक दशक से अधिक समय से राजनीतिक गुमनामी में हैं
उन्होंने कहा कि ज्ञानवापी मामले में कल्पना के लिए कुछ भी नहीं बचा है क्योंकि वीडियो सर्वेक्षण ने साबित कर दिया है कि साइट पर एक मंदिर मौजूद था।
उन्होंने कहा कि नंदी का मुख शिवलिंग की ओर है और इसमें कोई संदेह नहीं है।
कटियार ने ये भी कहा कि उन्होंने हमेशा कहा है कि ज्ञानवापी मस्जिद वास्तव में एक शिव मंदिर है।
कटियार ने कहा कि जब मैं वाराणसी में था और वहां शाखा में भाग लेता था, तब मैंने कहा था कि इस बात से कोई इंकार नहीं है कि मंदिर को तोड़कर मस्जिद बनाई गई थी। सबूत अब सामने है।
अयोध्या मंदिर आंदोलन (Ayodhya temple movement) में अहम भूमिका निभाने वाले विनय कटियार पिछले एक दशक से अधिक समय से राजनीतिक गुमनामी में हैं।
ज्ञानवापी मस्जिद पर उनका बयान अब हिंदुत्व की राजनीति में उनकी वापसी का प्रतीक है।