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एक महिला ने इस वजह से हाई कोर्ट की जज को भेजे थे 150 कंडोम

नई दिल्ली: Bombay High Court पिछले महीने बॉम्बे हाई कोर्ट की जज पुष्पा वीरेंद्र गनेडीवाला ने नाबालिक लड़की से यौन शोषण के मामले पर एक अजीब फैसला सुनाया था।

उन्होंने अपने फैसले में नाबालिग लड़की को कपड़े के ऊपर से छूने को यौन शोषण के दायरे से बाहर रखा था। जज पुष्पा अपने इस फैसले का विरोध हुआ था।

अब इस फैसले से नाराज गुजरात की एक महिला ने बॉम्बे हाई कोर्ट की जज को 150 कंडोम Condom भेजे हैं।

कंडोम भेजने वाली महिला का नाम देवश्री त्रिवेदी बताया जा रहा है।

जानकारी के मुताबिक देवश्री ने 12 अलग-अलग जगहों पर कंडोम भेजे हैं। जिनमें से बॉम्बे हाई कोर्ट की जज पुष्पा वीरेंद्र गनेडीवाला का चेंबर भी शामिल है।

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देवश्री का कहना है कि मैं इस तरह की बेइंसाफी बर्दाश्त नहीं करूंगी। उन्होंने जज पुष्पा के फैसले का ज़िक्र करते हुए कहा कि इस फैसले से नाबालिग बच्चियों को इंसाफ नहीं मिलेगा। इसलिए मैं मांग करती हूं कि जस्टिस पुष्पा को सस्पेंड किया जाए।

बता दें कि बॉम्बे हाई कोर्ट की नागपुर बेंच ने पिछले महीने विवादित फैसला दिया था।

जिसमें कहा गया था कि किसी नाबालिग लड़की के कपड़े उतारे बिना उसे छूना यौन शोषण के दायरे में नहीं आता।

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फैसले में कहा गया हा कि यह पोक्सो एक्ट के तहत यौन शोषण के तौर परिभाषित नहीं किया जा सकता।

इसके अलावा एक दूसरे मामले में कहा गया था कि नाबालिक बच्ची का हाथ पकड़ना और पेंट की ज़िप खोलना भी पॉक्सो एक्ट के तहत यौन उत्पीड़न के दायरे में नहीं आता।

इस मामले में बच्ची की मां का कहना था कि उसने एक व्यक्ति को देखा तो उसने मेरी बच्ची का हाथ पकड़ा हुआ था साथ ही अपनी पेंट की जिप खोली हुई थी।

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