लखनऊ: उच्च शिक्षा विभाग (Higher Education Department) जल्द ही सड़क सुरक्षा (Road Safety) को कॉलेज पाठ्यक्रम (College Courses) में शामिल करेगा और इससे जुड़े अध्यायों को माध्यमिक और प्राथमिक स्तर या नैतिक शिक्षा की किताब में भी शामिल किया जाएगा।
शिक्षा (Education) से जुड़े सभी विभाग बहुमूल्य जीवन को बचाने के लिए सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता पैदा करने के लिए संयुक्त प्रयास करेंगे।
UP के उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय (Yogendra Upadhyay) ने कहा कि 21 जनवरी को होने वाले रन फॉर जी20 कार्यक्रम में सड़क सुरक्षा विषय को भी शामिल किया जाए।
सड़क सुरक्षा पर निबंध प्रतियोगिता आयोजित की जानी चाहिए: उपाध्याय
मंत्री ने कहा, सड़क सुरक्षा पर निबंध प्रतियोगिता (Essay Competition) सभी स्कूलों और कॉलेजों (Colleges) में एक ही दिन आयोजित की जानी चाहिए और स्कूलों/कॉलेजों में आयोजित सभा में सड़क सुरक्षा के लिए शपथ दिलाई जानी चाहिए।
उन्होंने कहा कि सभी संस्थानों में एक साथ इन कार्यक्रमों के आयोजन से प्रयास और अधिक प्रभावी होंगे।
उपाध्याय: सड़क सुरक्षा एक संवेदनशील विषय
उपाध्याय ने एक बयान में कहा कि वर्तमान संदर्भ (Current Context) में सड़क सुरक्षा एक संवेदनशील विषय है, यह जनता के बीच जागरूकता फैलाने का समय है।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार 5 जनवरी से 4 फरवरी तक सड़क सुरक्षा माह (Road Safety Month) का आयोजन कर रही है।
उन्होंने कहा कि सड़क हादसों में जान-माल के नुकसान से बचने के लिए नागरिकों को यातायात नियमों का पालन करना जरूरी है और छात्रों में ट्रैफिक सेंस (Traffic Sense) विकसित करने की जिम्मेदारी शिक्षा विभाग की है।
शिक्षा मंत्री आशीष पटेल ने कहा कि…
UP के तकनीकी शिक्षा मंत्री आशीष पटेल (Ashish Patel) ने कहा कि अभियान को और प्रभावी बनाने के लिए तकनीकी कॉलेजों (Technical Colleges) के छात्रों को प्रोजेक्ट के रूप में ट्रैफिक से जुड़ा काम दिया जाएगा।
इसमें छात्र अपने शहर के व्यस्ततम ट्रैफिक चौराहों को सुव्यवस्थित करने के तरीके सुझाएंगे। उन्होंने कहा कि सभी शिक्षण संस्थानों में सड़क सुरक्षा जागरूकता से संबंधित होडिर्ंग्स/पोस्टर भी लगाए जाएं।
UP के माध्यमिक शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गुलाब देवी ने कहा कि माध्यमिक शिक्षा विभाग (Secondary Education Department) भी सड़क सुरक्षा अभियान को सफल बनाने में भागीदारी सुनिश्चित करेगा।