मुंबई: पूर्व ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर ब्रैड हॉग ने फिनिसर के रूप में पहचाने जाने वाले चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की सराहना की।
साथ ही उन्होंने कहा कि उनके लिए रनों को चेज करना कोई बड़ा स्कोर नहीं है क्योंकि उन्हें अपनी बल्लेबाजी पर पूरा विश्वास है।
21 अप्रैल को मुंबई के खिलाफ धोनी ने 13 गेंदों में नाबाद 28 रनों की तूफानी पारी खेली और सीएसके को जीत की ओर ले गए। उन्होंने आखिरी चार गेंदों पर 16 रन बनाए।
टीम के बल्लेबाज ड्वेन प्रिटोरियस (14 गेंद पर 22 रन) और धोनी (13 गेंद पर नाबाद 28 रन) की पारी की बदौलत टीम ने दूसरी जीत दर्ज की। आखिरी ओवर मुंबई की तरफ से गेंदबाज जयदेव उनादकट ने फेंका था।
अनुभवी बल्लेबाज धोनी ने आखिरी ओवर की पांचवीं गेंद पर दो रन लिए, जिससे टीम को जीत के लिए 1 गेंद पर 4 रन की जरूरत थी। वहीं, धोनी ने आखिरी गेंद पर चौका जड़कर मैच को चेन्नई की झोली में डाल दिया।
इसी के चलते हॉग ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा कि, एमएस धोनी उस विशेष क्षण को अच्छे से जानते हैं और वे यह मौका गंवाना नहीं चाहते थे। उन्हें अपनी बल्लेबाजी पर पूरा भरोसा है। यह कोई उनके लिए बड़ा लक्ष्य नहीं था।
अगर उस दौरान टीम को जीत के लिए एक ओवर में 30 रन चाहिए होते तो भी धोनी टीम को जीता सकते थे।
धोनी आईपीएल इतिहास में एकमात्र ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने अंतिम ओवर में तीन बार 15 से अधिक रनों का पीछा किया है, ऐसा उन्होंने 2010 और 2016 के आईपीएल में पंजाब किंग्स के खिलाफ किया था। वहीं 2022 के सीजन में उन्होंने मुंबई इंडियंस के खिलाफ किया है।
हॉग ने आगे कहा, 18वें और 19वें ओवर में धोनी का स्ट्राइक रेट इतना अधिक नहीं रहता है। वह सिर्फ गेंद को हल्के से हिट करते हैं। लेकिन आखिरी ओवर में उनका स्ट्राइक रेट तेजी से बढ़ता चला जाता है।
वे जिस भी टीम में हो और धोनी अगर क्रीज पर मौजूद हैं तो टीम को जीत की उम्मीद बरकरार रखनी चाहिए।