लंदन: चिकित्सा क्षेत्र के 200 साल पुराने ब्रिटिश जर्नल लैंसेट (British Journal Lancet) का दावा है कि भारत में सफल कोरोना टीकाकरण ने 42 लाख से ज्यादा भारतीयों की जान बचाने में सफलता पाई।
इसी तरह पूरी दुनिया में टीकाकरण के प्रभाव से लगभग दो करोड़ लोगों को मौत के मुंह में जाने से बचा लिया गया।
प्रसिद्ध ब्रिटिश जर्नल लैसेंट में प्रकाशित ओलिवर वाटसन की अगुवाई में हुए अध्ययन के मुताबिक कोरोना महामारी (Epidemic) से बचाव के लिए बनी वैक्सीन दुनिया भर के लिए संजीवनी साबित हुई है।
आठ दिसंबर 2020 से आठ दिसंबर 2021 के बीच हुए इस अध्ययन का मानना है कि दुनिया में कोरोना से 3.14 करोड़ मौतों का अनुमान लगाया गया था, किन्तु टीकाकरण की वजह से इनमें से 1.98 करोड़ लोगों की जान बचाने में सफलता मिली।
यहां 5,24,941 मौतें दर्ज की गई
इस अध्ययन में कहा गया है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने वर्ष 2021 के अंत तक दुनिया की 40 फीसदी आबादी के टीकाकरण का लक्ष्य रखा था। यदि यह लक्ष्य पूरा कर लिया गया होता को छह करोड़ लोगों की जान बचाई जा सकती थी।
इस अध्ययन के प्रमुख शोधकर्ता ओलिवर वाटसन (Oliver Watson) ने कहा कि भारत में महामारी से 51 लाख से अधिक लोगों की मौत का अनुमान लगाया गया था।
इसके विपरीत यहां 5,24,941 मौतें दर्ज की गई हैं। अध्ययन के मुताबिक भारत में टीकाकरण अभियान (vaccination campaign) की सफलता का ही परिणाम है कि 42 लाख लोगों की मौतों को बचाया जा सका।