नई दिल्ली: घरेलू शेयर बाजारों (Domestic Stock Exchanges) में पिछले कई दिन से जारी तेजी पर शुक्रवार को विराम लगा और बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) लगभग 652 अंक का गोता लगाकर 60,000 अंक से नीचे उतर गया। वैश्विक स्तर (Global Scale) पर कमजोर रुख के बीच मुनाफावसूली से बाजार नीचे आया।
तीस शेयरों पर आधारित Sensex शुरुआती कारोबार में बढ़त के साथ खुला। लेकिन बाद में नुकसान में आ गया और अंत में 651.85 अंक यानी 1.08 % की गिरावट के साथ 59,646.15 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 823.43 अंक तक लुढ़क गया था।
यूनिलीवर और रिलायंस इंडस्ट्रीज सबसे ज्यादा नुकसान में रहे
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (National Stock Exchange) का निफ्टी भी 198.05 अंक यानी 1.10 % बड़ी गिरावट के साथ 17,758.45 अंक पर बंद हुआ।
Sensex के शेयरों में इंडसइंड बैंक, बजाज फिनसर्व, बजाज फाइनेंस, टाटा स्टील, भारतीय स्टेट बैंक, मारुति, एनटीपीसी, हिंदुस्तान यूनिलीवर और रिलायंस इंडस्ट्रीज सबसे ज्यादा नुकसान में रहे। दूसरी तरफ लार्सन एंड टुब्रो, इन्फोसिस और टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) लाभ में रहे।
Asia के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, चीन का शंघाई कंपोजिट और जापान का निक्की नुकसान में रहे जबकि हांगकांग का हैंगसेंग लाभ में रहा।
यूरोप (Asia) के प्रमुख बाजारों में ज्यादातर में शुरुआती कारोबार में गिरावट का रुख रहा। अमेरिकी शेयर बाजार वॉल स्ट्रीट (American Stock Market Wall Street) बृहस्पतिवार को बढ़त में रहा था।
बृहस्पतिवार को 1,706 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज (Geojit Financial Services) के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘कमजोर वैश्विक रुख (Global Trend) के बीच मुनाफावसूली से घरेलू शेयर बाजार (Domestic Stock Market) पर असर पड़ा।
ब्याज दरों में वृद्धि का असर बाजार पर दिखा…बिकवाली चौतरफा रही। सूचकांक में मजबूत हिस्सेदारी रखने वाली कंपनियों के शेयरों में गिरावट से सूचकांक नीचे आया है।’’
इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड (International Oil Standard Brent Crude) 1.38 % की गिरावट के साथ 95.25 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया।
Share Market के आंकड़ो के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक कई दिन के बाद शुद्ध बिकवाल रहे। उन्होंने बृहस्पतिवार को 1,706 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे।