नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) सरकार के खिलाफ विद्रोह करने वाले शिवसेना के 15 बागी विधायकों को वाई प्लस श्रेणी की सुरक्षा मुहैया कराने का फैसला किया है।
सूत्रों ने बताया कि शिवसेना (Shiv Sena) के 15 विधायकों को वाई प्लस श्रेणी की सुरक्षा मुहैया कराई गई है, जिसमें प्रकाश सुर्वे, सदानंद सर्वाकर, योगेश दादा कदम, प्रताप सरनाइक, रमेश बोनार्रे, मंगेश कुदलकर, संजय शिरसत, लताबाई सोनवणे, यामिनी जाधव, प्रदीप जायसवाल, संजय राठौड़, दादाजी भूसे, दिलीप लांडे, बालाजी कल्याणर और संदीपन भुमरे शामिल हैं।
शिंदे ने दो-तिहाई से अधिक विधायकों का समर्थन होने का दावा किया
ये नेता महाराष्ट्र में चल रहे राजनीतिक संकट में एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) के खेमे में शामिल हो गए हैं। केंद्र का फैसला शिंदे द्वारा मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को लिखे पत्र में आरोप लगाने के एक दिन बाद आया है कि शिवसेना के बागी विधायकों के परिवार के सदस्यों को प्रदान की गई सुरक्षा वापस ले ली गई है।
महा विकास अघाड़ी (Maha Vikas Aghadi) सरकार ने आरोपों को खारिज कर दिया था। शिंदे ने शिवसेना के दो-तिहाई से अधिक विधायकों का समर्थन होने का दावा किया।
साथ ही बताया जा रहा है कि गुवाहाटी में डेरा डाले हुए विद्रोही नेता शिंदे और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) से गुजरात के वडोदरा में एक अज्ञात स्थान पर मुलाकात की है।