नई दिल्ली: सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने बताया कि केंद्र सरकार ने पिछले पांच वर्षों में प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में विज्ञापनों पर 2,500 करोड़ रुपये से अधिक खर्च किए हैं।
राज्यसभा में उठाए गए एक सवाल के जवाब में सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि 2017-18 की अवधि के दौरान प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के माध्यम से सरकार द्वारा विज्ञापनों के लिए प्रतिबद्ध राशि अब तक 2601.98 करोड़ रुपये है।
मंत्री द्वारा अपने लिखित जवाब में साझा किए गए आंकड़ों से पता चलता है कि पिछले पांच वर्षों में सरकार ने प्रिंट मीडिया में विज्ञापनों पर लगभग 1654.57 करोड़ रुपये खर्च किए हैं।
आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2021-22 (अब तक) में 5608 अखबारों में विज्ञापनों पर 96।39 करोड़ रुपये, 2020-21 में 5211 अखबारों में 197.49 करोड़ रुपये, 2019-20 में 5326 अखबारों के विज्ञापनों पर 295.05 करोड़ रुपये खर्च किए गए।
वर्ष 2018-19 में 5631 समाचार पत्रों में विज्ञापनों पर 429.55 करोड़ रुपये और वर्ष 2017-18 में 6782 समाचार पत्रों के विज्ञापनों पर 636 करोड़ रुपये खर्च किए गए थे।
मंत्री ने कहा कि पिछले पांच वर्षों में 1318 टेलीविजन चैनलों में सरकारी विज्ञापनों में 479.61 करोड़ रुपये और 1694 एफएम रेडियो चैनलों के विज्ञापनों पर 460.60 करोड़ रुपये खर्च किए गए। सरकार 2017 से अब तक सोशल मीडिया विज्ञापनों के जरिए 7।20 करोड़ रुपये खर्च कर चुकी है।