चाईबासा: भाकपा माओवादी के ईस्टर्न रीजनल ब्यूरो कमेटी के सचिव प्रशांत बोस और केन्द्रीय कमेटी सदस्य शीला मरांडी की गिरफ्तारी के विरोध में शनिवार से नक्सलियों ने 24 घंटे का भारत बंद बुलाया है।
इस दौरान नक्सलियों ने शनिवार की अहले सुबह पश्चिमी सिंहभूम (चाईबासा) जिले के चक्रधरपुर रेल मंडल के लोटा पहाड़ और सोनुवा स्टेशन के बीच अप एंव डाउन लाईन पर पोल संख्या 323 और 322 के पास रेलवे ट्रैक को बम लगाकर उडा़ने की कोशिश की।
लेकिन कोई बड़ा नुकसान पहुंचाने में सफल नहीं हुआ। इस घटना से दोनों लाईन की पटरी के नीचे लगा सीमेंट का कुछ स्लिपर को नुकसान पहुंचा है। इस घटना के बाद राउरकेला-चक्रधरपुर रेल मार्ग पर घटना के बाद से हीं ट्रेनों और मालगाडी़ का परिचालन ठप हो गया है।
पुलिस और आरपीएफ की भारी सुरक्षा के बीच क्षतिग्रस्त ट्रैक को ठीक करने का प्रयास जारी है। जबकि थर्ड लाईन से मालगाडी़ का परिचालन प्रारम्भ कर दिया गया है। ट्रैक को भी जल्द ही ठीक कर ट्रेनों का परिचालन प्रारम्भ करने की संभावना जताई जा रही है। इस घटना के बाद से अहमदाबाद एक्सप्रेस, गीतांजलि एक्सप्रेस, समरसता एक्सप्रेस, बिलासपुर-पटना आदि ट्रेनों का परिचालन बाधित होने की सूचना है।
सूत्रों के अनुसार घटनास्थल वाले क्षेत्र के जंगल में दोनों तरफ एसपी द्वारा सीआरपीएफ और पुलिस टीम को लगाया गया था। बावजूद रात्रि गश्त भी कराया जा रहा था। इसके अलावा इस मार्ग पर घटना से पहले आरपीएफ की दो पेट्रोलिंग टीम भी अलग-अलग रेलवे इंजन पर सवार होकर पेट्रोलिंग कर रही थी।
एक टीम जब गुजरी तभी थोड़ी देर बाद नक्सलियों ने पटरी पर विस्फोट किया। जिसकी आवाज इंजन पर सवार होकर पेट्रोलिंग कर रही आरपीएफ की टीम सबसे पहले सुनी। बताया जा रहा है कि इस घटना को नक्सलियों का स्थानीय और नया लोग आनन-फानन में अंजाम देकर भागे हैं। जिससे वह बडी़ नुकसान नहीं पहुंचा सके।
एसपी अजय लिंडा ने बताया की घटना में रेलवे पटरी के नीचे लगा कुछ स्लिपर को आंशिक नुकसान पहुंचा है। जबकि पटरी सुरक्षित है तथा थर्ड लाईन पर आवागमन प्रारम्भ हो गया है, जबकि अप एंव डाउन लाईन को ठीक करने का कार्य रेलवे द्वारा जारी है। जल्द ही इस मार्ग से ट्रेनों का परिचालन प्रारम्भ हो जायेगा।
उन्होंने कहा कि ऐसी घटना को रोकने के लिये हमारी पुलिस और सीआरपीएफ की कई टीम विभिन्न क्षेत्रों में निरंतर लगी है। जिससे नक्सली बडी़ घटना को अब तक अंजाम नहीं दे पाये हैं। नक्सलियों के खिलाफ लगातार अभियान जारी है।