नई दिल्ली : भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद (Chandrashekhar Azad) खुद पर हुए हमले को लेकर पुलिस द्वारा किए गए खुलासे से संतुष्ट नहीं हैं। उनका कहना है कि उन्हें पिस्टल की गोली लगी है जबकि तमंचा बरामद हुआ दिखाया गया है।
उन्होंने कहा कि हमले की जांच CBI से कराई जाए ताकि यह साफ हो सके कि हमले की साजिश में कौन शामिल है। कहीं हमलावरों को सत्ता का संरक्षण तो प्राप्त नहीं है।
कसबा स्थित अपने आवास पर पत्रकारों से बातचीत में आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर (chandrashekhar) ने कहा कि वे पुलिस को सही खुलासे के लिए पर्याप्त समय दे रहे हैं।
पुलिस ईमानदारी के साथ इस बात का पता लगाए कि हमलावरों को किसने फिरौती दी है। उन्होंने कहा कि साजिश के तहत ही हमलावरों ने कार गुर्जर बहुल गांव मिरगपुर में खड़ी की थी ताकि जातीय टकराव हो जाए।
कहा कि भीम आर्मी के कार्यकर्ता (Bhim Army Worker) अपने स्तर से भी जानकारी जुटा रहे हैं। उन्होंने कहा कि वे पुलिस से अपील करते हैं हमलावरों के परिजनों को उनके कृत्य की सजा ना दी जाए।
महिलाओं के साथ अत्याचार होगा तो वे बोलेंगे
उन्होंने कहा कि वे इस हमले से डरे नहीं है बल्कि और ज्यादा मजबूत हुए हैं। अब वे दुगनी ताकत से शोषितों और वंचितों की लड़ाई लड़ने का काम करेंगे।
चंद्रशेखर ने कहा कि किसी भी समाज की महिलाओं के साथ अत्याचार (Violence Against Women) होगा तो वे बोलेंगे। भले ही कोई कितनी भी गोलियां चलाए वे डरने वाले नहीं हैं।
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक द्वारा मित्र बताने तथा सुरक्षा प्रदान करने के बयान पर उनका कहना था कि प्रदेश सरकार यदि इतनी चिंतित होती तो उन पर हमला ही नहीं होता। जबकि जिस जगह उन पर हमला हुआ है वहां से चंद कदमों की दूरी पर पुलिस पिकेट मौजूद थी।
चंद्रशेखर पर हुआ जानलेवा हमला
भरतपुर की रैली (Bharatpur Rally) के बाद शनिवार की रात दो बजे चंद्रशेखर आजाद अपने आवास पहुंच गए थे। रविवार की सुबह से ही उनसे मिलने वालों का तांता लगा रहा। पडोसी राज्यों हरियाणा, पंजाब, उत्तराखंड, राजस्थान, दिल्ली से बड़ी संख्या में समर्थक मिलने पहुंचे।
चंद्रशेखर के साथ पत्रकार वार्ता में मौजूद सपा नेता मौहम्मद आजम खान (Mohammad Azam Khan) ने कहा कि चंद्रशेखर पर हुआ जानलेवा हमला प्रदेश सरकार की नाकामी है। यह प्रदेश की बिगड़ी कानून व्यवस्था का सबूत है।
जो भी हुआ बेहद बुरा हुआ….
सरकार यह सुनिश्चित करे कि किसी भी सूरत में ऐसी घटना की पुनरावृत्ति ना हो। उन्होंने कहा कि जो भी हुआ बेहद बुरा हुआ है। चंद्रशेखर आजाद संघर्षशील युवा नेता हैं।
जिनकी आवाज को दबाने के लिए तरह- तरह की साजिशें रची जा रही हैं लेकिन वे बिना डरे वंचित वर्ग की लड़ाई को आगे बढ़ा रहे हैं। प्रदेश सरकार (State Government) इस हमले की गहराई तक जाकर जांच कराए ताकि हमले के पीछे के लोग बेनकाब हो सकें।