नई दिल्ली : कांग्रेस सांसद (Congress MP) मंगलवार को संविधान की एक प्रति के साथ पुराने भवन से नए संसद भवन (Parliament House) की ओर चले।
लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी, पूर्व पार्टी प्रमुख राहुल गांधी, पार्टी सांसद गौरव गोगोई, दीपेंद्र हुड्डा, केसी वेणुगोपाल, राजीव शुक्ला, शक्तिसिंह गोहिल, अखिलेश प्रसाद सिंह, ए. रेवंत रेड्डी, DMK नेता कनिमोझी और अन्य लोग पुराने संसद भवन से निकलते समय संविधान की प्रति लेकर चले।
इसके बाद वे संविधान की प्रति के साथ नए संसद भवन में दाखिल हुए। इससे पहले दिन में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने सुझाव दिया था कि पुराने संसद भवन को ‘संविधान सदन’ के रूप में जाना जाना चाहिए, जिस दिन सभी विधायी कार्य नए संसद भवन में स्थानांतरित हो जाएंगे।
उस ऐतिहासिक क्षण का गवाह है सेंट्रल हॉल
संसद के 75 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में सेंट्रल हॉल (Central Hall) में एक समारोह को संबोधित करते हुए PM मोदी ने कहा था, ”मेरा एक सुझाव है।
अब जब हम नई संसद में जा रहे हैं तो पुराने भवन की गरिमा कभी कम नहीं होनी चाहिए। इसे सिर्फ पुराना संसद भवन बनकर नहीं छोड़ा जाना चाहिए। इसलिए मेरा आग्रह है कि यदि आप सहमत हैं तो इसे ‘संविधान सदन’ के नाम से जाना जाना चाहिए।”
अपने 40 मिनट के संबोधन में प्रधानमंत्री ने यह भी कहा था, ”1947 में अंग्रेजों ने यहीं सत्ता का हस्तांतरण किया था, हमारा सेंट्रल हॉल उस ऐतिहासिक क्षण का गवाह है।”