बीजिंग: कोरोना की शुरुआत के लिए चर्चित चीन एक बार फिर कोरोना का वार झेलने को मजबूर है।
चीन के कम से कम 44 शहर इस कदर बीमारी से त्रस्त हैं कि वहां पूर्ण या आंशिक लॉकडाउन (Lockdown) लागू करना पड़ा है।
तीन साल पहले इस महामारी की पहचान के बाद से अब तक के सर्वाधिक कोरोना मामले वहां सामने आ रहे हैं।
चीन की सर्वाधिक आबादी वाला शहर शंघाई इस बार कोरोना महामारी का केंद्र बना हुआ है। हालात ये हैं कि वहां दवाओं ही नहीं खाने-पीने की वस्तुओं की भी कमी हो गयी है।
चीन के 44 शहर इस समय कोरोना की चपेट में हैं
चीन के 44 शहर इस समय कोरोना की चपेट में हैं। इन शहरों में लॉक डाउन लागू कर दिया गया है। कहीं पूर्ण तो कहीं आंशिक लॉकडाउन है, किन्तु लोग परेशान हैं।
आम जनता इतनी नाराज है कि सोशल मीडिया लोगों के गुस्से वाले पोस्ट्स से भरा हुआ है। चीन पर ये कहर कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन स्वरूप ने ढाया है।
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने बचाव और नियंत्रण के उपायों को सख्ती से लागू करने की बात कही है।
शी ने स्थानीय अधिकारियों को आदेश दिया है कि वायरस का प्रसार रोकने के लिए वे हर संभव कदम उठाएं। ये कदम इस ढंग से उठाए जाएं, जिससे आर्थिक और सामाजिक विकास न्यूनतम प्रभावित हो।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी चीन के मौजूदा हालात को सर्वाधिक खतरनाक हालात करार दिया जा रहा है। इस बार चीन की जीरो कोविड नीति भी कारगर होती नजर नहीं आ रही है।