नई दिल्ली: भारत में कोरोना महामारी की तीसरी लहर का कहर अब लगभग खत्म होने की कगार पर है।
इस महामारी को लेकर हमारी सरकार भी अलर्ट है। वैक्सीनेशन की वजह से ही तीसरी लहर में लोगों की हालत गंभीर नहीं हुई।
जो लोग कोरोना से संक्रमित हुए उन्हें इस वैक्सीनेशन की वजह से ही जल्दी रिकवर कर लिया गया। देश में अब तक 180.19 करोड़ आबादी को टीका दिया जा चुका है।
अब भारत सरकार ने 12-14 आयुवर्ग के बच्चों को भी सुरक्षित रखने के लिए टीकाकरण का फैसला लिया है, जो 16 मार्च से शुरू होने वाली है।
इसके अलावा 60 या उससे ज्यादा उम्र के सभी लोगों को कोविड वैक्सीन की बूस्टर डोज दी जाएगी।
कोर्बेवैक्स
स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा यह सूचना दी गई कि केंद्र सरकार ने वैज्ञानिक निकायों के साथ विचार-विमर्श किया है। जिसके तहत 12-13 वर्ष और 13-14 वर्ष आयुवर्ग के लिए टीकाकरण का निर्णय लिया गया है।
16 मार्च से 2008, 2009 और 2010 में पैदा हुए बच्चे कोविड वैक्सीन ले सकते हैं। अभी उनको बायोलॉजिकल ई लिमिटेड की कोर्बेवैक्स दी जाएगी।
वहीं सरकार ने 14 साल से ज्यादा उम्र के लोगों के लिए जनवरी में ही वैक्सीनेशन शुरू कर दिया था।
कोरोना के हालात
बीते 24 घंटे में देश में कोरोना के 2,503 नए केस सामने आए हैं, जबकि इस अवधि में 27 लोगों की मौत हुई। बीते 24 घंटों में 4,377 लोग कोविड-19 से रिकवर हुए हैं।
देश में इस वक्त कोरोना के सक्रिय मामले 36,168 हैं। वहीं कोरोना से हुई कुल मौतों का आंकड़ा 5,15,877 पहुंच चुका है।
वैक्सीनेशन की बात करें तो अब तक 180.19 करोड़ (1,80,19,45,779) खुराक लोगों को दी जा चुकी है।
चौथी लहर पर विशेषज्ञ ने कही ये बात
वायरोलॉजिस्ट डॉ. टी जैकब जॉन के मुताबिक भारत में कोरोना वायरस की तीसरी लहर अब खत्म हो चुकी है। उनका अनुमान है कि देश में अब नई लहर आने की संभावना कम है।
हालांकि अलग तरह से व्यवहार करने वाला वेरिएंट अगर आता है, तो वो चिंता बढ़ा सकता है। उनका विचार आईआईटी कानपुर की स्टडी से काफी अलग है।
उसमें बताया गया था कि कोविड-19 की चौथी लहर जुलाई में आ सकती है। सरकार ने भी इस स्टडी को गंभीरता से लिया था और इस पर विचार कर रही है।