रांची: पैगंबर पर नूपुर शर्मा (Nupur Sharma) की विवादित टिप्पणी के विरोध में शुक्रवार को रांची में नमाज के बाद हिंसक प्रदर्शन हुआ। आक्रोशित मुस्लिम समाज के लोगों ने राजधानी रांची के मेन रोड पर उग्र प्रदर्शन किया।
भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज (lathi charge) किया। भीड़ की ओर से पत्थर चलाये गये। पत्थरबाजी में पुलिस के कई जवानों को चोट लगी।
इसके बाद पुलिस ने हवाई फायरिंग की। घटना के बाद डेली मार्केट थाना क्षेत्र में कर्फ्यू लगा दिया गया है। साथ ही कई अन्य क्षेत्रों में धारा 144 (Section 144) लगा दी गयी है।
दोनों तरफ 500-500 मीटर तक कर्फ्यू
रांची DC छवि रंजन (DC Chhavi Ranjan) ने मीडिया से बात करते हुए अपना बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि रांची के मेन रोड में कर्फ्यू लगा दिया गया है।
मेन रोड में सुजाता चौक से फिरायालाल तक सड़क की दोनों तरफ 500-500 मीटर तक कर्फ्यू लगाया गया है। झारखंड ATS की टीम भी मौके पर पहुंचा है।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि शुक्रवार को मेन रोड में कुछ प्रदर्शनकारी नूपुर शर्मा की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे।
इसके बाद वे हाथ में काला और धार्मिक झंडा लेकर डेली मार्केट के सामने अल्बर्ट एक्का चौक (Albert Ekka Chowk) की तरफ दौड़ने लगे। उन्हें रोकने के लिए पुलिस भी दौड़ी।
इसी दौरान डेली मार्केट के पास पुलिस के साथ धक्का-मुक्की होने लगी। देखते-देखते भीड़ आक्रोशित हो गई और जमकर पत्थरबाजी हुई।
मेन रोड पर प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज के बाद डेली मार्केट के पार्किंग एरिया में दो दर्जन से अधिक गाड़ियों में तोड़-फोड़ की गयी। उनके शीशे तोड़ दिये गये।
इसके अलावा कई मोटरसाइकिलें भी तोड़ी गयीं। आगजनी भी की गई। हंगामे के बाद से मेन रोड की तकरीबन सभी दुकानें बंद हो गईं।
IG अखिलेश झा और रांची रेंज के DIG और SSP ने घटनास्थल पर पहुंच कर जानकारी ली। स्थिति को संभालने के लिए अतिरिक्त पुलिस फोर्स की तैनाती की गयी है। घटना को लेकर पुलिस मुख्यालय से भी कई अधिकारी मौके पर पहुंचे हैं।
सिटी एसपी समेत कई पुलिसकर्मियों को लगी चोट
उपद्रवियों की पत्थरबाजी में रांची SSP सुरेंद्र कुमार झा भी घायल हुए हैं। सेंटेविटा अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है।
सिटी SP अंशुमन कुमार और डेली मार्केट के थानेदार अवधेश ठाकुर भी चोटिल हुए है। पत्थरबाजी में 12 से अधिक पुलिसकर्मी और जवानों को चोट लगी हैं।
प्रशासन ने किया ड्रोन कैमरे का इस्तेमाल
उपद्रवियों की पहचान के लिए प्रशासन ने ड्रोन कैमरे (Drone Cameras) का इस्तेमाल किया। पूरे घटनाक्रम की रिकॉर्डिंग की गयी, ताकि उपद्रवी तत्वों की पहचान की जा सके और उन पर कार्रवाई हो सके।