दिल्ली: दिल्ली के सरकारी स्कूलों के 20 हजार से अधिक क्लास रूम में स्मार्ट बोर्ड लगाए जाएंगे।
इसके माध्यम से टेक्नोलॉजी के इंटीग्रेशन के साथ-साथ बच्चों की सभी ऑनलाइन लनिर्ंग रिसोर्स तक पहुंच होगी। साथ ही, कुछ क्लास रूम में रिकॉडिर्ंग के लिए आधुनिक कैमरा भी इनस्टॉल किए जाएंगे, ताकि क्लास की लाइव रिकॉडिर्ंग की जा सके।
इसकी शुरूआत शंकराचार्य मार्ग स्थित शहीद अमीर चंद सर्वोदय विद्यालय से हो चुकी है। इस स्कूल के 16 क्लास रूम में स्मार्ट बोर्ड लगाकर उन्हें स्मार्ट क्लास रूम में तब्दील किया गया है।
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने अमीर चंद सर्वोदय विद्यालय का निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि यह सभी स्मार्ट बोर्ड अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी से लैस हैं, जो न केवल टीचिंग-लनिर्ंग प्रक्रिया को आनंदमय बनायेंगे, बल्कि बच्चों को बेहतर ढंग से सीखने में मदद भी करेंगे और हैंड्स-ऑन लनिर्ंग को बढ़ावा देंगे।
इसके माध्यम से टेक्नोलॉजी के इंटीग्रेशन के साथ-साथ बच्चों की सभी ऑनलाइन लनिर्ंग रिसोर्स तक पहुंच होगी।
साथ ही, कुछ क्लास रूम में रिकॉडिर्ंग के लिए आधुनिक कैमरा भी इनस्टॉल किए जाएंगे, ताकि क्लास की लाइव रिकॉडिर्ंग की जा सके। शिक्षा मंत्री ने कहा कि पिछले कुछ सालों में दिल्ली के सरकारी स्कूलों में 20 हजार से ज्यादा नए कमरों का निर्माण किया गया है।
हम चरणबद्ध तरीके से इन सभी क्लास रूम को स्मार्ट क्लास रूम में तब्दील करेंगे। साथ ही, जो क्लास रूम निमार्णाधीन हैं, उन्हें भी निर्माण कार्य पूरा होने के बाद स्मार्ट बोर्ड से लैस किया जाएगा।
सभी शिक्षक स्मार्ट बोर्ड का बेहतर ढंग से प्रयोग कर सकें, इसके लिए उनकी विशेष ट्रेनिंग भी करवाई जाएगी।
डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने कहा कि पिछले 5-6 सालों में दिल्ली के स्कूलों का इंफ्रास्ट्रक्च र विश्वस्तरीय हो गया है। पांच साल पहले जहां स्कूलों में बेंच और ब्लैक-बोर्ड तक नदारद थे, आज उन स्कूलों को स्मार्ट बनाया जा रहा है।
स्मार्ट क्लास रूम से लैस कर रही है। बाबा साहब का सपना था कि हर बच्चे को अच्छी शिक्षा मिले। बाबा साहब के इसी सपने को पूरा करते हुए हमारा उद्देश्य दिल्ली के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले एक-एक बच्चे को शानदार शिक्षा देना है और हम प्रतिबद्धता के साथ इस दिशा में काम कर रहे हैं।