नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने सोमवार को पंजाबी गायक शुभदीप सिंह सिद्धू (Shubhdeep Singh Sidhu) की नृशंस हत्या में शामिल तीसरे शूटर को गिरफ्तार कर लिया है।
इसे लोकप्रिय रूप से सिद्धू मूसेवाला और लॉरेंस बिश्नोई-गोल्डी बराड़ गिरोह गठबंधन के एक अन्य मोस्ट वांटेड गैंगस्टर (Most wanted gangster) के नाम से जाना जाता है।
अंकित के रूप में पहचाने जाने वाले शूटर को पहले राजस्थान में हत्या (Murder) के प्रयास के दो अन्य जघन्य मामलों में शामिल पाया गया था, जबकि अन्य आरोपी की पहचान सचिन चौधरी उर्फ सचिन भिवानी के रूप में हुई है, जो चार निशानेबाजों को शरण देने के लिए जिम्मेदार था।
दिल्ली पुलिस की प्रवक्ता सुमन नलवा (Suman Nalwa) ने कहा, दोनों को रविवार रात करीब 11 बजे कश्मीरी गेट बस स्टैंड के पास महात्मा गांधी मार्ग के पास पकड़ा गया।
वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि राजस्थान में लॉरेंस बिश्नोई गिरोह की सारी गतिविधियों को संभालने वाला मुख्य व्यक्ति सचिन भिवानी था। नलवा ने कहा, वह राजस्थान के चुरू के एक जघन्य मामले में भी वांछित था।
शूटरों की टीम गोल्डी बराड़ के सीधे संपर्क में था
उनकी गिरफ्तारी के समय स्पेशल सेल (Special Cell) ने उनके कब्जे से पंजाब पुलिस की तीन वर्दी, 9 mm बोर की एक पिस्टल, 10 जिंदा कारतूस और 30 mm बोर की एक पिस्टल और 9 जिंदा कारतूस बरामद किए।
इससे पहले भी विशेष प्रकोष्ठ ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया था, जिनमें दो मुख्य निशानेबाज और उनका एक सूत्रधार जो मूसेवाला की हत्या में शामिल थे।
हरियाणा के सोनीपत निवासी प्रियव्रत उर्फ फौजी (26) और कशिश उर्फ कुलदीप (24) को 19 जून को गुजरात के कच्छ जिले से गिरफ्तार किया गया था।
विशेष पुलिस आयुक्त (स्पेशल सेल) एच.एस. धालीवाल (HS Dhaliwal) ने कहा था कि आरोपी प्रियव्रत गैंगस्टरों के मॉड्यूल का मुखिया था और शूटरों की टीम का नेतृत्व करता था और घटना के समय गोल्डी बराड़ के सीधे संपर्क में था।