धनबाद: जिला कोरोना टीकाकरण पदाधिकारी सह नोडल अधिकारी के नाम पर ठगी का प्रयास किया गया है। डॉ विकास राणा के नाम पर फर्जी फेसबुक अकाउंट बनकर लोगों को फ्रेंड्स रिक्वेस्ट भेजा गया।
रिक्वेस्ट स्वीकार करने वाले लोगों से मैसेज के जरिए पैसे की डिमांड की गई।
डॉक्टर विकास राणा ने एक पोस्ट कर अपने नाम से दूसरा अकाउंट बनाने की पुष्टि की है। पैसे की डिमांड पर उन्होंने पैसे नहीं भेजने का आग्रह किया है।
बताया जाता है कि हैकर ने मैसेज में अपना मोबाइल नंबर शेयर किया है। इसमें पैसे की आवश्यकता का हवाला देते हुए ऑनलाइन पैसे भेजने का आग्रह किया गया है।
चिकित्सक ने कहा है कि वह इस मामले की शिकायत संबंधित थाना से करेंगे। बताया जा रहा है कि चिकित्सक के नाम से लोगों को भेजे जा रहे संदेश में दिल्ली के एक हॉस्पिटल में होने की बात कह कर 12 हजार रुपये की डिमांड की गई है।
कुछ और लोगों से अलग-अलग राशि मांगी गई। चिकित्सक ने लोगों से अपील की है कि वह पैसे न भेजें। इस संबंध में डॉ राणा ने सोमवार को बताया कि कई लोगों का उनके पास फोन आ रहा है।
पहचान वालों ने ही फोन कर इसकी जानकारी दी। बताया कि आपके नाम का इस्तेमाल कर पैसों की डिमांड की जा रही है।
उन्होंने इस मामले की छानबीन की। पता चला कि उनके फेसबुक अकाउंट के नाम पर फर्जी प्रोफाइल बनाई गई है।
साइबर एक्सपर्ट विकास भारद्वाज ने बताया कि साइबर अपराधी लगातार ठगी का तरीका बदलते रहे हैं। पिछले कुछ समय से लगातार फेसबुक पर अच्छी प्रोफाइल सर्च कर उसका फर्जी अकाउंट बना रहे हैं।
फिर पुराने फ्रेंड लिस्ट से लोगों का नाम सर्च कर उन्हें दोबारा फ्रेंड रिक्वेस्ट भेज रहे हैं। रिक्वेस्ट स्वीकार करने पर मैसेंजर के जरिए ऑनलाइन पैसे की डिमांड की जा रही है।