धनबाद: धनबाद के अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश उत्तम आनंद की हत्या मामले में गुरुवार को धनबाद के वरीय पुलिस अधीक्षक संजीव कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनसे मामले में पूछताछ की जा रही है।
साथ ही बताया कि इस मामले में वैज्ञानिक तरीके से भी अनुसंधान किया जा रहा है। इसके लिए फोरेंसिक टीम की भी मदद ली जा रही है।
इसके अलावा हरेक बिंदुओं पर जिससे इस हत्याकांड का खुलासा करने में मदद मिल सकती है उसपर जांच की जा रही है।
न्यायाधीश उत्तम आनंद हत्याकांड मामले में आज धनबाद पुलिस को दो सफलता हाथ लगी है।
पहला, हत्या में शामिल ऑटो को पुलिस ने गिरिडीह जिले के मंगरुडीह से बरामद कर लिया है तो वहीं दूसरी सफलता के तहत चालक लखन कुमार वर्मा व उसके साथ ऑटो में बैठे राहुल वर्मा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
दोनों ही धनबाद के जोरापोखर के रहने वाले है। ऑटो चालक की गिरफ्तारी गिरीडिह से हुई। वहीं राहुल को पुलिस ने धनबाद रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार किया।
आईपीसी की धारा 302 के तहत मामला दर्ज
इस संबंध में धनबाद के एसएसपी ने बताया कि आईपीसी की धारा 302 के तहत मामला दर्ज कर इस पूरे मामले को खंगाला जा रहा है। पुलिस इस घटना से जुड़ी हर बिंदुओ पर जांच कर इसका जल्द खुलासा करने में जुटी है।
उन्होंने बताया कि एडीजी ऑपरेशन संजय आनंद लाटकर की अगुवाई में एसआईटी का गठन किया गया है। जिसके तहत फोरेंसिक टीम की भी मदद ली जा रही है।
फारेंसिक टीम को घटना स्थल से के संदिग्ध चीजें हाथ लगी
इधर मौके पर जांच करने पहुंची फारेंसिक टीम को घटना स्थल से के संदिग्ध चीजें हाथ लगी है।
जिसमें मास्क व कागज के टुकड़े आदि होने की बात कही जा रही है। साथ ही जिला एवं सत्र न्यायाधीश उत्तम आनंद की हत्या कैसे हुई? इसको लेकर धनबाद पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंच कर सीन को रिक्रिएट करने की भी कोशिश की।
जिसके तहत एक ऑटो पर दो पुलिसकर्मी सवार होकर पहुंचा मौके पर पहुंच और झटके से एक पुलिसकर्मी को धक्का दिया।
पुलिसकर्मी गिरता जरूर है लेकिन उसे चोट नहीं लगती है। ऐसे में उत्तम आनंद की मौत कैसे हो गई यह पहेली बनी हुई है।
इस मामले में पुलिस सभी पहलुओं पर छानबीन कर साक्ष्य जुटाने के लिए फॉरेंसिक टीम के साथ काम कर रही है।