ऋषिकेश: उत्तराखंड (Uttarakhand) के ऋषिकेश (Rishikesh) पहुंचे केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री (Union Road and Transport Minister) नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने कहा कि, 1 जनवरी 2024 से दिल्ली और देहरादून (Delhi and Dehradun) के बीच की दूरी सिर्फ 2 घंटा में तय होगी।
इसके बाद यात्री हवाई मार्ग से नहीं बल्कि सड़क मार्ग से आवागमन करने वाले हैं।
उन्होंने कहा कि ऋषिकेश मुनिकीरेती-स्वर्गाश्रम (Rishikesh Munikireti-Swargashram) के बीच गंगा (Ganges) के ऊपर डबल डेकर रोपवे (Double Decker Ropeway) का निर्माण होगा।
गडकरी 4 दिन के उत्तराखंड प्रवास पर रविवार को परमार्थ निकेतन स्वर्गाश्रम पहुंचे
केंद्रीय मंत्री गडकरी चार दिन के उत्तराखंड प्रवास पर रविवार को परमार्थ निकेतन स्वर्गाश्रम पहुंचे।
जहां उन्होंने परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती महाराज (Swami Chidanand Saraswati Maharaj) से सड़क और रोपवे के विस्तार पर लंबी चर्चा की सांध्य कालीन गंगा आरती में श्रद्धालुओं को संबोधित कर गडकरी ने कहा कि इतिहास, संस्कृति और विरासत हमारी बड़ी ताकत है, गंगा हमारी धरोहर है।
नमामि गंगे (Namami Gange) का मंत्री रहते हुए उन्हें गंगा को अविरल करने का सौभाग्य मिला।
2024, वर्ष के पहले दिन से यह काम धरातल पर नजर आएगा
केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री ने कहा कि मैं दिल्ली से ऋषिकेश जा रहा था, सड़कों का कई जगह पर मुआयना (Inspection) किया। मगर, मैं अभी तक हुए कार्य से संतुष्ट नहीं हूं।
अभी इसमें और भी काम होना बाकी है। देहरादून से दिल्ली का सफर दो घंटे में पूरा होना चाहिए। इसके लिए Expressway का निर्माण हो रहा हैं।
वर्ष 2024 वर्ष के पहले दिन से यह काम धरातल पर नजर आएगा। उन्होंने कहा कि अक्षरधाम से सीधे हरिद्वार (Haridwar) और ऋषिकेश को हम जोड़ने जा रहे हैं।
उन्होंने बताया कि निश्चित समय अवधि के बीच चारधाम प्रोजेक्ट (Chardham Project) पूरा होगा। आने वाले समय में दिल्ली से देहरादून (Delhi to Dehradun) के बीच हवाई सेवा नहीं बल्कि सड़क सेवा चलेगी।
एक बार में 200 लोग सफर कर सकते हैं डबल डेकर रोपवे में
उन्होंने बताया कि देश के भीतर 260 स्थानों पर रोपवे और केबल कार पर सरकार काम कर रही है, जिसमें केदारनाथ धाम भी शामिल है।
ऋषिकेश मुनिकीरेती से स्वर्गाश्रम के बीच गंगा के ऊपर Double Decker Ropeway में एक बार में 200 लोग सफर कर सकते हैं।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि वह घोषणा करने पर विश्वास नहीं करते। गंगा तट पर उन्होंने जो भी कहा है वह धरातल पर नजर आएगा।