दुमका: बीते एक मई से दुमका के बाबा बासुकीनाथ मंदिर में स्पर्श पूजा पर रोक है। तीर्थ पुरोहित से लेकर आम श्रद्धालु तक गर्भ गृह में प्रवेश नहीं कर सकते।
बाबा बासुकीनाथ पर जलार्पण के लिए मंदिर प्रबंधन समिति ने अर्घा की व्यवस्था की है। इससे तीर्थ पुरोहितों में आक्रोश व्याप्त है।
दरअसल, एक मई को गर्भगृह में करंट के झटके महसूस होने के बाद गर्भगृह में प्रवेश पर रोक लगा दिया गया है।
वैकल्पिक व्यवस्था के तहत अर्घा लगा दिया गया है। गर्भ गृह का बिजली कनेक्शन काट दिया गया है।
मंदिर प्रबंधन अपनी जिम्मेदारी से मोड़ रही मुंह
खामी ढूंढ कर उसे दुरुस्त करने का प्रयास किया जा रहा है। साथ दिन बाद भी व्यवस्था दुरुस्त नहीं हो पाई है। यही वजह है कि तीर्थ पुरोहितों के सब्र का बांध टूटने लगा है।
पंडा धर्मरक्षणि सभा के महामंत्री संजय झा का कहना है कि जब गर्भ गृह का विद्युत कनेक्शन काट दिया गया है तो करंट का कोई खतरा नहीं है।
ऐसी स्थिति में श्रद्धालु और तीर्थ पुरोहितों को गर्भ गृह में प्रवेश कर स्पर्श पूजा की अनुमति मिलनी चाहिए।
तीर्थ पुरोहित कुणाल झा का कहना है कि मंदिर प्रबंधन अपनी जिम्मेदारी से मुंह मोड़ रही है।