रांची: प्रवर्तन निदेशालय (ED) झारखंड हाई कोर्ट (JHC) के अधिवक्ता राजीव कुमार को रिमांड पर लेकर Ranchi की Airport रोड स्थित कार्यालय में पूछताछ (Inquiry) कर रही है।
इससे पहले रांची ED टीम राजीव कुमार को रविवार को कोलकाता से रांची लेकर पहुंची। इसके बाद उनका रांची सदर अस्पताल (Ranchi Sadar Hospital) में मेडिकल जांच कराया गया।
बीते 18 अगस्त को कोलकाता (Kolkata) में 50 लाख रुपये के साथ गिरफ्तार हुए Jharkhand High Court के अधिवक्ता राजीव कुमार की गुरुवार को Video Conferencing के जरिए ED के विशेष न्यायाधीश प्रभात कुमार शर्मा की अदालत में पेशी हुई थी।
ED ने अदालत से राजीव कुमार को 14 दिनों के रिमांड (Remand) देने की मांग की थी लेकिन अदालत ने आठ दिनों के रिमांड की मंजूरी दी थी।
पापा जिन लोगों से लड़ रहे हैं, वह कोई छोटे-मोटे लोग नहीं हैं: रुचित्रा
दूसरी ओर अधिवक्ता राजीव कुमार की बेटी रुचित्रा सदर अस्पताल (Sadar Hospital) पहुंची और पत्रकारों से बातचीत में कहा कि पापा जिन लोगों से लड़ रहे हैं, वह कोई छोटे-मोटे लोग नहीं हैं।
वह CM हैं। पापा हमेशा कहते थे कि कभी भी फंसाया जा सकता है। हमें घर से संभल कर बाहर निकलने की हिदायत दी जाती थी। रूचित्रा ने दावा किया कि जिन से जांच करवाना हो करवा लें। CBI-ED से जांच करवा लें, पापा निर्दोष हैं। उन्हें जान बूझकर फंसाया गया है।
उल्लेखनीय है कि झारखंड हाई कोर्ट (JHC) के अधिवक्ता राजीव कुमार को बंगाल पुलिस (Bengal Police) ने 50 लाख रुपये के साथ 31 जुलाई को कोलकाता से गिरफ्तार (Arreste) किया था।
राजीव कुमार पर यह आरोप है कि उन्होंने एक जनहित याचिका को मैनेज (Manage) करने के लिए कारोबारी अमित अग्रवाल से दस करोड़ रुपये की मांग की थी।