रांची: झारखंड (Jharkhand) के शिक्षा मंत्री (Education Minister) जगरनाथ महतो (Jagannath Mahto) को जान से मारने की किसी ने धमकी (Threat) दी है।
इस धमकी के बाद हड़कंप मच गया है। यह धमकी एक-दो नहीं बल्कि तीन बाद मिली है। तीनों बार उनके बोकारो (Bokaro) स्थित आवास पर स्पीड पोस्ट (Speed Post) के जरिये ये धमकी दी गई है।
पत्र भेजने वाले व्यक्ति ने इंटर (Inter) और डिग्री कॉलेजों (Degree College) का अनुदान बढ़ाने एवं 1932 के खतियान संबंधी बात नहीं करने की धमकी दी है। शुरुआती जानकारी में यह बता सामने आई है कि चिट्ठी (Letter) हजारीबाग (Hazaribagh) से भेजी गई है।
अनुदान बढ़ाने की मांग की है
पत्र लिखने वाले ने पत्र में लिखा गया है कि उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh), बिहार (Bihar), मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के लोग कॉलेजों (College) में काम करते हैं
। कॉलेजों का अनुदान बढ़ाए जाने की मांग की गई है। इस चिट्ठी में डिग्री कॉलेजों के नाम भी जिक्र है। चिट्ठी में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (CM Hemant Soren) और शिबू सोरेन (Shibu Soren) के नाम का भी जिक्र है। इस पत्र में मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री मुर्दाबाद लिखा है।
मंत्री की सुरक्षा को बढ़ाया गया
तीन पन्ने का यह पत्र (Letter) अलग-अलग दिन आया है। पत्र लिखने वाले ने फारवर्ड ग्रुप बिहार (Forward Group Bihar), यूपी (UP), एमपी (MP) लिखा है।
शिक्षा मंत्री की ओर से इसकी जानकारी बोकारो के पुलिस अधीक्षक को दे दी गयी है। पुलिस इस पूरे मामले की जांच (Investigation) कर रही है।
बोकारो SP चंदन कुमार झा ने कहा कि शिक्षा मंत्री (Education Minister) को पत्र के माध्यम से दी गई धमकी संबंधी जानकारी प्राप्त हुई है। मामले की जांच शुरू कर दी गयी है, जो भी ऐहतियाती कदम होंगे, वे उठाए जाएंगे।
फॉरवर्ड समुदाय को नजरअंदाज करने का लगाया आरोप
चिट्ठी में जाति (Cast) का जिक्र करते हुए लिखा है कि हमलोग ब्राह्मण, राजपूत और कायस्थ जैसी जातियों से आते हैं।
चिट्ठी में 1932 के खतियान का विरोध करते हुए लिखा है कि इसे बंद कीजिए। हम हेमंत सोरेन और शिबू सोरेन को देखना पसंद नहीं करते।
आप फॉरवर्ड लोगों को मानदेय बढ़ाएं। इस चिट्ठी में पांच मांगे की गई हैं। तीन पन्ने की इस चिट्ठी में कई बातों लिखी है।