इस्लामाबाद: पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो-जरदारी (Bilawal Bhutto-Zardari) ने कहा है कि अगर आवश्यक सुधार और आचार संहिता से पले जल्दी चुनाव कराए जाते हैं, तो देश में होने वाला चुनाव खूनी चुनाव होगा।
उन्होंने नेशनल असेंबली के एक सत्र को संबोधित करते हुए यह बयान दिया। उन्होंने जोर देकर कहा कि गठबंधन सरकार में सभी राजनीतिक दलों को जल्द चुनाव में जाने से पहले न्यूनतम आचार संहिता पर आपसी सहमति बनाने की जरूरत है।
उन्होंने कहा, देश में जो ध्रुवीकरण देखा जा रहा है.. अगर अगले चुनाव से पहले सभी पार्टियां एक बुनियादी आचार संहिता पर सहमत नहीं होती हैं, तो हमारा अगला चुनाव खूनी चुनाव होगा।
बिलावल ने अपनी पार्टी पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के रुख को ऐसे समय में जाहिर किया है जब प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के मंत्रियों के साथ पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और पूर्व वित्त मंत्री इशाक डार से मिलने के लिए लंदन गए हुए हैं। वह देश के मौजूदा वित्तीय संकट और अगले चुनावों के लिए कार्य योजना और समयरेखा बनाने पर चर्चा करेंगे।
जब तक जल्द चुनाव की घोषणा नहीं हो जाती, तब तक वे राजधानी नहीं छोड़ेंगे
शहबाज शरीफ (Shahbaz Sharif) सरकार को देश की अर्थव्यवस्था को स्थिर करने के लिए एक बड़ी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है। पाकिस्तानी रुपया गिरावट की ओर है और इसमें पहले ही अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 191 पीकेआर का अवमूल्यन कर चुका है।
दूसरी बड़ी चुनौती पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान का बढ़ता राजनीतिक दबाव है, जो देश भर के छोटे और बड़े शहरों में बड़े और विशाल सरकार विरोधी प्रदर्शन कर रहे हैं।
खान ने तत्काल जल्दी चुनाव (Election) कराने की मांग की है और वह मौजूदा सरकार को कोई राहत देने के लिए तैयार नहीं है।
खान ने इस्लामाबाद की ओर एक लंबे मार्च का आह्वान किया है और अपने साथ कम से कम 20 लाख लोगों को लाने का दावा किया है। उनका कहना है कि जब तक जल्द चुनाव की घोषणा नहीं हो जाती, तब तक वे राजधानी नहीं छोड़ेंगे।