उदयपुर: चिंतन शिविर के दौरान बैलेट पेपर (Ballot Paper) पर चुनाव की मांग का प्रस्ताव रखा गया था, लेकिन उपसमूह ने इसे ठुकरा दिया और कहा कि यह सभी दलों की चिंता है और इस पर सर्वदलीय बैठक में निर्णय लिया जाएगा।
प्रस्ताव यह था कि कांग्रेस को इस पर एक प्रस्ताव लाना चाहिए, लेकिन पार्टी ने कहा कि शिविर पार्टी और उसके भविष्य के एजेंडे की आंतरिक चर्चा के लिए है।
बैठक के दौरान कई नेता थे जिन्होंने ईवीएम का विरोध किया और मुखर स्वरों में से एक पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल थे।
बैठक में कहा गया कि कई राजनीतिक दलों ने चुनाव में अपनी हार के लिए ईवीएम को जिम्मेदार ठहराया है, लेकिन चल रहे शिविर में पार्टी अपने भविष्य के कार्यक्रमों के लिए व्यापक रूपरेखा तैयार कर रही है।
सरकार के खिलाफ एक जन आंदोलन कार्यक्रम पर चर्चा की है
कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के इस साल 15 अगस्त से कश्मीर से कन्याकुमारी तक जनता से जुड़ने के लिए पदयात्रा (पैदल मार्च) शुरू करने की संभावना है। यह यात्रा पार्टी के चिंतन शिविर के दौरान चर्चा का हिस्सा रही।
जन-समर्थक एजेंडे को आगे बढ़ाने और सरकार की विफलताओं और लोगों की दुर्दशा को उजागर करने के लिए राज्य के नेताओं द्वारा प्रत्येक राज्य में इसी तरह की पदयात्रा का आयोजन किया जाएगा।
अंतिम निर्णय CWC द्वारा लिया जाएगा, हालांकि पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मुद्रास्फीति और आर्थिक मुद्दों पर सरकार के खिलाफ एक जन आंदोलन कार्यक्रम पर चर्चा की है।