नई दिल्ली: नौसेना प्रमुख का पद संभालने के बाद एडमिरल आर हरि कुमार अपनी पहली विदेश यात्रा पर मालदीव गए हैं।
तीन दिवसीय यात्रा के दौरान उन्होंने मालदीव गणराज्य के राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह से मुलाकात की। नौसेना प्रमुख की यह यात्रा दो करीबी समुद्री पड़ोसियों के बीच मजबूत और लंबे समय से चले आ रहे द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करती है।
उनकी इस यात्रा से रक्षा और समुद्री क्षेत्र में द्विपक्षीय सहयोग के दायरे में विस्तार के नए रास्ते खुलने की उम्मीद है।
नौसेना प्रमुख ने यात्रा के पहले दिन 18 अप्रैल को मालदीव की रक्षामंत्री सुश्री मारिया अहमद दीदी और मालदीव राष्ट्रीय रक्षा बलों (एमएनडीएफ) के सम्मान में भारतीय नौसेना के जहाज सतलुज पर एक स्वागत समारोह की मेजबानी की।
भारत और मालदीव हिंद महासागर में समुद्री सुरक्षा के मुद्दों पर साझा दृष्टिकोण साझा करते हैं
आईएनएस सतलुज इस समय हाइड्रोग्राफिक सहयोग पर समझौता ज्ञापन के तहत संयुक्त हाइड्रोग्राफिक सर्वेक्षण करने के लिए मालदीव में तैनात है।
उन्होंने भारत और मालदीव द्वारा संयुक्त रूप से निर्मित पहले नेविगेशन चार्ट का अनावरण किया और एमएनडीएफ की जैविक क्षमताओं को मजबूत करने के लिए हाइड्रोग्राफी उपकरण सौंपे।
नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार ने विदेश मंत्री अब्दुल्ला शाहिद, रक्षा मंत्री सुश्री मारिया अहमद दीदी और चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएफ) मेजर जनरल अब्दुल्ला शमाल से भी मिले।
उन्होंने एमएनडीएफ जहाजों के लिए इंजीनियरिंग उपकरणों की एक खेप भी सौंपी, जिससे एमएनडीएफ की क्षमता बढ़ाने में भारत के सहयोग की प्रतिबद्धता जाहिर होती है।
भारत और मालदीव हिंद महासागर में समुद्री सुरक्षा के मुद्दों पर साझा दृष्टिकोण साझा करते हैं। दोनों देश हिंद महासागर नौसेना संगोष्ठी और कोलंबो सुरक्षा सम्मेलन जैसे कई द्विपक्षीय और बहुपक्षीय मंचों पर मिलकर काम कर रहे हैं।