गोड्डा: जिले में कार्यरत राजमहल परियोजना ईसीएल के अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक (सीएमडी) एपी पांडा ने बुधवार को राजमहल क्षेत्र का दौरा किया।
सीएमडी पांडा के साथ ईसीएल के तकनीकी एवं योजना परियोजना के निदेशक जेपी गुप्ता सहित कई अधिकारी शामिल थे।
अधिकारियों ने वर्तमान खदान क्षेत्र का जायजा लिया तथा खदान के अंदर व्यूप्वाइंट से खनन क्षेत्र के विस्तार पर गहन चर्चा की।
जमीन समस्या से जूझ रहे परियोजना को आगे बढ़ाने के लिए हर संभव उपाय किए जाने तथा जमीन दाताओं को परियोजना से जोड़कर उनके विश्वास को बहाल करने पर जोर दिया गया।
सीएमडी के साथ राजमहल परियोजना के प्रभारी महाप्रबंधक डीके नायक, महाप्रबंधक परिचालन ओपी चौबे, खनन प्रबंधक ओपी चौधरी के साथ सभी प्रमुख अधिकारी साथ साथ चल रहे थे।
वर्तमान वित्तीय वर्ष में कोयला उत्पादन की चुनौती को देखते हुए तालझारी मौजे में अधिग्रहित जमीन एवं जमीन पर किए गए खर्च के बाद भी उन जमीन पर खनन कार्य शुरू नहीं हो पाने के लिए कारणों को चिन्हित किया गया।
सरकार को मिलने वाले राजस्व में भी भारी कमी आई है
भारी घाटे में चल रहे राजमहल परियोजना को फिर से पटरी पर लाने के लिए तमाम अधिकारियों ने बैठक कर आगे की रणनीति बनाई।
सीएमडी पांडा लोहंडिया पैच एवं महुआटांड़ पैच जाकर कोयला उत्पादन की स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने अधिकारियों के साथ कोयला उत्पादन बढ़ाने के साथ-साथ सुरक्षा एवं कोयले की गुणवत्ता पर विस्तृत चर्चा की।
बताया जाता है कि जिले की यह महत्वपूर्ण कोयला परियोजना घाटे में चल रही है, जिसके कारण यहां रोजगार की समस्या बढ़ी है तथा सरकार को मिलने वाले राजस्व में भी भारी कमी आई है।
समस्या को देखते हुए जिला के उपायुक्त द्वारा लगातार जमींदार तारों से बैठक कर मामले के निष्पादन के प्रयास भी किए जा रहे हैं। इसी क्रम में सीएमडी का यह दौरा महत्वपूर्ण माना जा रहा है।