नई दिल्ली: सर्च इंजन कंपनी गूगल (Google) एक नया प्रोग्राम (New Program) को पेश किया है। दर असल गूगल के नए ओपेन-सोर्स सॉफ्टवेयर- गूगल (Open-source software – Google) OSS में मौजूद खामियों का पता लगाना है।
जितने वाले को कंपनी की ओर से 31,337 डॉलर (करीब 25 लाख रुपये) तक के इनाम दिया जाएगा।
संवेदनशील प्रोजेक्ट्स
टेक कंपनी के सबसे संवेदनशील Projects में खामी खोजने पर सबसे ज्यादा इनाम मिलेंगे, जिनमें बेजल, एंगुलर, गोलांग, प्रोटोकॉल बफर और फ्यूशिया (Bezel, Angular, Golang, Protocol Buffers, Fuchsia) जैसे प्रोजेक्ट शामिल हैं।
हाल ही में लॉन्च किए गए वल्नरेबिलिटी रिवॉर्ड प्रोग्राम (VRP) का फोकस गूगल सॉफ्टवेयर और रिपॉजिटरी सेटिंग्स (जैसे- गिटहब ऐक्शंस, ऐप्लिकेशन कन्फिगरेशंस और ऐक्सेस कंट्रोल रूल्स) पर है। कंपनी नहीं चाहती कि उसकी सॉफ्टवेयर सप्लाई चेन (Software Supply Chain) किसी सुरक्षा खामी के चलते प्रभावित हो।
नियमों का पालन
गूगल ने बग बाउंटी प्रोग्राम का हिस्सा बनने वाले Users से प्रोजेक्ट से जुड़े नियमों का पालन करने और इन्हें अच्छे से पढ़ने को कहा है।
कंपनी ने कहा, “इससे पहले कि आप शुरुआत करें, प्रोग्राम के नियम देख लें और आउट-ऑफ-स्कोप प्रोजेक्ट्स और खामियों से जुड़ी ज्यादा जानकारी जुटा लें।
इसके बाद Hacking कर हमें बताएं कि आपको क्या मिला। अगर आपकी ओर से दी गई जानकारी अलग होती है, तो हम आपसे संपर्क करेंगे।”
एथिकल हैकर
खामियों और बग्स का पता लगाने वाले सुरक्षा रिसर्चर्स को इनाम तो मिलेगा ही, एथिकल हैकर के तौर पर पहचान भी मिलेगी। कंपनी ने लिखा, “रिवॉर्ड के अलावा आपको इस काम के लिए पहचान भी मिलेगी।
अगर आप इनाम में मिली रकम को दान करने का फैसला करते हैं, तो इसे दोगुना कर दिया जाएगा।” बता दें, एथिकल हैकर्स (Ethical Hackers) का काम सॉफ्टवेयर और दूसरे प्रोडक्ट्स में मौजूद खामियों की जानकारी देना होता है, जिनका फायदा अटैकर्स या साइबर अपराधियों को मिल सकता है।