पटना: बिहार के बुनकरों और हथकरघा कारीगरों को राज्य के उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन (Industries Minister Shahnawaz Hussain) ने एक बड़ी सौगात दी है।
शनिवार को उद्योग मंत्री ने पटना में हैंडलूम एंड हैंडीक्राफ्ट हाट का शुभारंभ किया।
करीब 3000 वर्ग फुट क्षेत्र में बने हैंडलूम एंड हैंडीक्राफ्ट हाट (Handloom And Handicraft Haat) में बिहार के 16 प्रकार से भी ज्यादा हस्तशिल्प उत्पादों और बिहार के कोने-कोने से हथकरघा उत्पादों को बिक्री के लिए रखा गया है।
इस हैंडलूम एंड हैंडीक्राफ्ट हाट का निर्माण और संचालन उपेंद्र महारथी शिल्प (Upendra Maharathi Crafts) अनुसंधान संस्थान द्वारा किया गया है।
फिलहाल इस हाट में 50 से अधिक बुनकर और 250 से अधिक शिल्पियों द्वारा तैयार किए गए उत्कृष्ट उत्पादों को किफायती दर पर बिक्री के लिए उपलब्ध कराया गया है।
हैंडलूम एंड हैंडीक्राफ्ट हाट के शुभारंभ के मौके पर बिहार के उद्योग मंत्री हुसैन ने कहा कि बिहार के बुनकर और शिल्पी राज्य की ताकत हैं।
पारंपरिक उद्योगों की उपेक्षा कतई नहीं होने देंगे
चाहे राज्य में कितने भी बड़े-बड़े उद्योग लग जाएं, राज्य के पारंपरिक उद्योगों से जुड़े बुनकरों, कारीगरों को मजबूत करना बेहद जरूरी है।
उन्होंने भरोसा देते हुए कहा कि बिहार के लघु और पारंपरिक उद्योगों की मजबूती से औद्योगिकीकरण (Industrialization) का लाभ गांव-गांव तक पहुंचेगा।
बिहार के बुनकरों, शिल्पियों या छोटे उद्यमियों को प्रोत्साहित करने के लिए बार-बार कदम उठाए हैं।
हैंडलूम एंड हैंडीक्राफ्ट हाट भी बिहार के बने बेहतरीन उत्पादों को बड़े बाजार तक पहुंचाने की एक नायाब कोशिश है।
उन्होंने कहा कि बिहार में बड़े उद्योगों की स्थापना के साथ छोटे-छोटे पारंपरिक उद्योगों की उपेक्षा कतई नहीं होने देंगे।