नई दिल्ली: डायबिटीज और हाई ब्लड शुगर की समस्या आम हो गई है। सभी को पता है कि डायबिटीज एक लाइलाज बीमारी है, जिसमें ब्लड शुगर यानी रक्त शर्करा के स्तर को काबू में रखना बेहद ही जरूरी होता है।
बॉडी में जब इंसुलिन हार्मोन का उत्पादन कम या फिर बंद हो जाए तो इसके कारण लोग डायबिटीज जैसी गंभीर बीमारी की चपेट में आ जाते है। मधुमेह की बीमारी में ब्लड शुगर के स्तर में अनियमितता के कारण हार्ट अटैक, ब्रेन स्ट्रोक, किडनी फेलियर और अंधापन जैसी जानलेवा और गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का जोखिम भी बढ़ जाता है।
डॉक्टर्स कहते हैं कि ब्लड शुगर लेवल (Blood Sugar Level) को कम करने से पहले उसे चेक करना जरूरी है। डायबिटीज के रोगी ब्लड प्रेशर को मीटर और टेस्ट स्ट्रिप के जरिए मॉनिटर करते हैं।
डायबिटीज से पीड़ित किसी इंसान का खाने से पहले ब्लड शुगर लेवल 4.0 to 5.9 mmol/L होना चाहिए। टाइप-1, टाइप-2 और डायबिटीज से पीड़ित बच्चों का ब्लड शुगर लेवल 4 से 7 mmol/L होना चाहिए।
शुगर लेवल को कम कर सकता है ये जूस
बता दें कि हाल ही में हुई एक स्टडी में दावा किया गया है कि डायबिटीज के मरीजों के लिए अनार का जूस किसी रामबाण से कम नहीं है। रिसर्च में कहा गया कि नियमित तौर पर अनार का जूस पीने से ब्लड शुगर लेवल को केवल 15 मिनट में कम किया जा सकता है।
‘द सन’ की रिपोर्ट के मुताबिक, एक्सपर्ट्स का कहना है कि अगर आपका ब्लड शुगर लेवल हाई है तो कुछ तरीके हैं जिससे आप ब्लड शुगर लेवल को कम कर सकते हैं। शोधकर्ताओं ने पाया है कि एक खास जूस की एक ग्लास तक मात्रा इसमें आपकी मदद कर सकती है।
हाल में की गई एक स्टडी के मुताबिक, एक ग्लास अनार का जूस हाई ब्लड शुगर लेवल को 15 मिनट में कम कर सकता है।
यह परिणाम उन लोगों में देखा गया
यह रिसर्च दो समूहों पर किया गया, जिसमें पहले ग्रुप को शुगर ड्रिंक और दूसरे ग्रुप को 230 ml अनार का जूस दिया गया। इस स्टडी में शोधकर्ताओं ने पाया कि अनार का जूस, शरीर में ग्लूकोज के प्रति कम रिस्पॉन्स करता है।
यह परिणाम उन लोगों में देखा गया, जिनका वजन सामान्य था। जिन लोगों ने केवल पानी का सेवन किया था, उनके रक्त शर्करा के स्तर में कोई बदलाव नहीं देखने को मिला।
लेकिन जिन लोगों ने अनार का जूस पिया था, उनका ब्लड शुगर लेवल 15-20 मिनट के भीतर ही कम हो गया था। शोधकर्ताओं ने इस रिसर्च का यह निष्कर्ष निकाला कि अनार का जूस डायबिटीज से पीड़ित मरीजों में ब्लड शुगर को रेगुलेट करने में मदद करता है।
डायबिटीज में क्यों खास है अनार?
अनार में कई तरह के एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं। इसमें ग्रीन टी और रेड वाइन के लगभग तीन गुना एंटीऑक्सीडेंट होते हैं। ये ऑक्सीडेंट्स डायबिटीज जैसी बीमारी या फ्री रेडिकल्स से होने वाली डैमेज से लड़ते हैं।
एक्सपर्ट्स दावा करते हैं कि अनार के बीज इंसुलिन सेंसिटिविटी को दुरुस्त करते हैं जो डायबिटीज मरीजों के लिए फायदेमंद है।
इसके अलावा, अनार में काफी कम मात्रा में कार्ब्स होती है। 100 ग्राम अनार में केवल 19 ग्राम कार्ब्स होती है। कार्बोहाइड्रेट के जल्दी मेटाबलाइज्ड होने की वजह से ब्लड शुगर लेवल तुरंत हाई हो जाता है।
इसीलिए डायबिटीज रोगियों को लो कार्ब्स फूड्स खाने की सलाह दी जाती है. अनार का अनुमानित ग्लाइसेमिक लोड (जीएल) 18 है, जो इसे ब्लड शुगर लेवल को मैनेज करने के लिए एक बेहतरीन फल बनाता है।
कितना होना चाहिए शुगर लेवल
National Institute for Clinical Excellence (NICE) के मुताबिक, खाने से पहले आपका ब्लड शुगर लेवल 4.0 to 5.9 mmol/L रहना चाहिए. हालांकि जिन लोगों को डायबिटीज की समस्या है और जिन्हें टाइप 1, टाइप 2 डायबिटीज है या कोई बच्चा डायबिटीज की बीमारी से ग्रस्त है, तो शुगर लेवल 4 to 7 mmol/L तक रह सकता है।
ज्यादातर लोगों के लिए खाने के बाद ब्लड शुगर लेवल 7.8 mmol/L के अंदर होना चाहिए. वहीं टाइप टू डायबिटीज के मरीजों के लिए ये 8.5 mmol/L के अंदर और टाइप 1 डायबिटीज से ग्रस्त मरीजों के लिए ये 5 to 9 mmol/L के अंदर होना चाहिए।
स्वस्थ और डायबिटीज रोगी का टार्गेट ब्लड शुगर चार्ट
भोजन से पहले
1. स्वस्थ व्यक्ति का टार्गेट ब्लड शुगर लेवल 100 mg/dl से कम होना चाहिए। वहीं, डायबिटिक का ब्लड शुगर लेवल 80-130 mg/dl तक होना चाहिए।
भोजन के 1-2 घंटे बाद
2.स्वस्थ व्यक्ति का ब्लड शुगर लेवल 140 mg/dl से कम, तो वहीं डायबिटिक का 180 mg/dl से कम होना चाहिए।
बीते तीन महीने में ब्लड शुगर लेवल का A1C लेवल:
3.स्वस्थ व्यक्ति में 5.7 प्रतिशत से कम और डायबिटिक में 180 mg/dl से कम होना चाहिए।