रांची: झारखंड हाई कोर्ट (Jharkhand High Court) ने देवघर सिविल कोर्ट में हुई गोलीकांड मामले में लिए गए संज्ञान पर शुक्रवार को सुनवाई की।
सुनवाई के दौरान DGP और गृह सचिव वीसी के माध्यम से कोर्ट के समक्ष उपस्थित हुए। DGP ने कोर्ट को बताया कि उन्होंने खुद जाकर पूरी घटना का जायज़ा लिया है।
बार के वकीलों से आग्रह किया गया है कि कोर्ट परिसर में जाने और आने के लिए सिर्फ़ एक रास्ता रखा जाये। ज़िले के SP को भी निर्देश दिया गया है और कोर्ट की सुरक्षा में लगे पुलिसकर्मियों को मेटल डिटेक्टर (Metal Detector) से सभी लोगों की जांच का निर्देश दिया गया है।
राज्य भर की कोर्ट और न्यायिक पदाधिकारियों की सुरक्षा में 1900 से ज़्यादा पुलिसकर्मी लगाये गये हैं, जिसकी हत्या (Murder) हुई उसे लाने की जानकारी पुलिस को नहीं थी।
सुनवाई के दौरान कोर्ट ने कहा कि कई घटनाएं हो चुकी हैं। वकील, जज और कोर्ट में आये लोग डर के माहौल में हैं। आपके पास पुख़्ता इंटेलिजेंस का अभाव है।
अपराधियों ने कोर्ट परिसर में ही मार दी थी गोली
अदालत ने DGP द्वारा कोर्ट को दी गई जानकारी के बाद सरकार से अब तक कोर्ट की सुरक्षा के लिए उठाए गये कदमों की जानकारी मांगी थी। अब इस मामले की सुनवाई दो सप्ताह बाद निर्धारित की गई है।
उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों देवघर के सिविल कोर्ट (Civil Court of Deoghar) में पेशी के लिए आये युवक की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। युवक को तीन गोली मारी गयी थी।
मृतक की पहचान अमित कुमार सिंह के रूप में हुई थी, जो पटना का रहने वाला था। अमित कुमार सिंह किसी मामले में कोर्ट में पेश होने आया था।
पेशी के दौरान मृतक के साथ सुरक्षाबल भी मौजूद थे लेकिन अपराधियों ने कोर्ट परिसर (court premises) में ही गोली मार दी थी।