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झारखंड में यहां स्कूलों के नये टाइम टेबल का शिक्षकों ने किया विरोध, बताया तुगलकी फरमान

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जमशेदपुर : Government Schools के नये टाइम टेबल (Time Table) का शिक्षकों ने विरोध करना शुरू कर दिया है।

सरकारी शिक्षकों ने स्कूली शिक्षा व साक्षरता विभाग (Literacy Department) की ओर से जारी निर्देश को तुगलकी फरमान करार देते हुए आंदोलन की चेतावनी दी।

बता दें कि राज्य में सरकारी स्कूलों का संचालन (Operation) अब सामान्य दिनों में सुबह 8.45 बजे से शाम चार बजे तक और गर्मी में 6.45 बजे से दोपहर दो बजे तक करने का विभाग की ओर से निर्देश जारी किया गया है।

झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ (Jharkhand Primary Teachers Association) ने शिक्षा सचिव से मिलकर इस फरमान को वापस लेने की मांग की है।

शिक्षकों ने शिक्षा सचिव से पूछा कि विभाग आखिर किसी शिक्षक से कितने घंटे काम कराना चाहता है।

जो नया Time Table जारी किया गया है वो किसी भी स्थिति में व्यावहारिक (Practical) नहीं है। न ही उससे कोई फायदा होगा।

विभाग के द्वारा जारी निर्देश में गर्मी के दिनों में स्कूल में छुट्टी होने से पहले दोपहर एक बजे से दो बजे तक बच्चों के लिए खेल पीरियड (Game Period) रखा जाए।

सवाल किया गया कि क्या धूप में बच्चों का खेलना उनके लिए ठीक है।

पुराने समय सारणी को फिर से लागू किया जाए

संघ ने कहा कि हर बार स्कूल का समय बदला जाता है, लेकिन उससे कुछ नहीं होता।

पिछली बार जो समय बदला गया, उससे क्या लाभ हुआ। सिर्फ घंटे बढ़ जाने से शिक्षा में सुधार नहीं हो सकता।

देश के आजाद होने से बाद से स्कूल का संचालन 10 बजे से 4 बजे तक तथा ग्रीष्मकाल (Summer) में 6.30 बजे से 11.30 बजे तक होता रहा है, इसलिए इसी समय सारणी को फिर से लागू किया जाए।

इसी के साथ शनिवार को हाफ डे संबंधी आदेश भी जारी किया जाए।

शिक्षा सचिव ने प्रतिनिधिमंडल को किया आश्वस्त

शिक्षा सचिव (Education Secretary) ने संघ के प्रतिनिधिमंडल (Delegation) को आश्वस्त किया कि जारी आदेश दिनचर्या में 10 अप्रैल को संघ के साथ पुनः बैठक कर आवश्यक संशोधन किया जाएगा।

वहीं आंदोलन की रूपरेखा तय करने हेतु Jharkhand Primary Teachers Association की राज्यस्तरीय बैठक रांची संघ भवन में 9 अप्रैल को आयोजित होगी।

सचिव से मिलने पहुंचे प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व संघ के प्रदेश अध्यक्ष राजेंद्र शुक्ल ने किया।

इसमें पूर्वी सिंहभूम (East Singhbhum) के जिलाध्यक्ष अरुण कुमार सिंह भी शामिल थे।

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