नई दिल्ली: 25वें मुख्य चुनाव आयुक्त का पदभार संभालने के बाद रविवार को राजीव कुमार (Rajiv Kumar) ने कहा कि भारतीय संविधान द्वारा प्रदत्त बेहतरीन संस्थानों में से एक का नेतृत्व करने की जिम्मेदारी मिलने पर वह सम्मानित महसूस कर रहे हैं ।
उन्होंने आगे कहा कि पिछले 70 वर्षों के दौरान चुनाव आयोग(election Commission) द्वारा हमारे नागरिकों को स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने, मतदाता सूची की शुद्धता सुनिश्चित करने, कदाचार को रोकने और हमारे चुनावों की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए बहुत कुछ किया है।
उन्होंने कहा कि आयोग संविधान के तहत जिम्मेदार किसी भी बड़े सुधार को लाने के लिए परामर्श और सर्वसम्मति निर्माण के समय-परीक्षण और लोकतांत्रिक तरीकों का पालन करेगा, ईसीआई कड़े फैसलों से पीछे नहीं हटेगा।
ECI कड़े फैसलों से पीछे नहीं हटेगा
कुमार ने यह भी कहा कि बेहतर चुनाव प्रबंधन और संचालन के लिए पारदर्शिता लाने और मतदाता सेवाओं को आसान बनाने के लिए प्रक्रियाओं और प्रथाओं के सरलीकरण के लिए प्रौद्योगिकी को आगे प्रमुख साधन बनाया जाएगा।
कुमार 1 सितंबर, 2020 से चुनाव आयुक्त के रूप में चुनाव आयोग में कार्यरत हैं और चुनाव आयुक्त के रूप में उनके कार्यकाल के दौरान, मार्च में कोविड के बीच 2020 में बिहार विधानसभा चुनाव, अप्रैल 2021 में असम, केरल, पुडुचेरी, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल और हाल ही में 2022 की शुरूआत में गोवा, मणिपुर, पंजाब, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश के लिए भी चुनाव हुए हैं।
सुशील चंद्रा (Sushil Chandra) भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त के रूप में अपना कार्यकाल पूरा करने के बाद 14 मई को रिटायर हुए।