लाइफस्टाइल: आपके जीवन में इस नए और रोमांचक समय के दौरान, यह महत्वपूर्ण है कि आप अपने साथी के साथ खुले और ईमानदार रहें। प्रसवोत्तर सेक्स मजेदार और आनंददायक हो सकता है।
सेक्स के बारे में बातचीत करें और आप इसके बारे में कैसा महसूस करते हैं। यह मुश्किल या असहज हो सकता है, लेकिन यह होना जरूरी नहीं है।
आपका मार्गदर्शन करने के लिए इन वार्ता बिंदुओं का उपयोग करें:
पार्टनर के साथ सेक्स करने से कहीं ज़्यादा मुश्क़िल होता है उस बारे में खुलकर बात करना। सेक्स के बारे में बात करने लिए सबसे पहले आपके बीच घनिष्ठ अंतरंगता होनी चाहिए, किसी भी मुद्दे पर खुलकर अपनी बात रखने का समझदारी वाला स्तर होना चाहिए।
सबसे ज़रूरी है आप दोनों के बीच का कंफ़र्ट लेवल इस तरह का होना चाहिए कि इस संवेदनशील मुद्दे पर बातचीत करते समय एक-दूसरे की भावनाओं के आहत होने का डर न हो।
अगर आप दोनों चाहते हैं कि बिस्तर पर कुछ नया किया जाए और इस बात को कुछ इस क़दर ज़ाहिर करना चाहते हैं कि पार्टनर को बुरा भी न लगे तो नीचे कुछ टिप्स हैं, जिनसे आपको मदद मिल सकती है।
सेक्स के तुरंत बाद, सेक्स के बारे में बात न करें
अगर आप अपनी सेक्स लाइफ़ से ख़ुश नहीं हैं और इस बारे में पार्टनर को बताना चाहते हैं तो यह काम सेक्स के तुरंत बाद तो बिल्कुल भी न करें।
ऐसा करने से मामला बेहद पेचीदा हो जाएगा। चीज़ें तेज़ी के साथ बिगड़ जाएंगी, शायद इस हद तक कि आप कंट्रोल न कर सकें।
सेक्स के बारे में बात करने के लिए ऐसी जगह और माहौल का चुनाव करें, जिसका संबंध दूर-दूर तक सेक्स से न हो। मसलन यूं ही शाम को ईवनिंग वॉक करते हुए, डिनर करते हुए या छुट्टी के दिन चाय की चुस्की लेते हुए इसका ज़िक्र छेड़ें।
लंबा मैसेज या ईमेल लिख सकते हैं
कई दफ़े हम चाहकर भी आमने-सामने ठीक तरह से खुलकर बातचीत नहीं कर पाते हैं। इसका सबसे बड़ा कारण यह होता है कि हमारी बात पूरी होने के पहले ही पार्टनर अपनी प्रतिक्रिया या सफ़ाई देने लगता है। ऐसे में आपको अपना पूरा पक्ष रखने का मौक़ा नहीं मिलता।
इस स्थिति से बचने के लिए आप इस बारे में लंबा ईमेल या मैसेज लिख सकते हैं। उसमें लिख सकते हैं कि आपके अनुसार सेक्स लाइफ़ में कौन-कौन से बदलावों की गुंजाइश है।
आप अच्छे शब्दों का चुनाव कर सकते हैं, जिससे पार्टनर को बुरा भी न लगे और मामला हाथ से भी न निकले।
शुरुआत ‘आई लव यू’ से करें
हर वह बातचीत जिसकी शुरुआत सकारात्मक पॉइंट से की जाए, वह अपने मक़सद तक पहुंचने में क़ामयाब होती है।
यदि आप अपनी सेक्स लाइफ़ में कुछ बदलाव करना चाहते हैं तो उसकी शुरुआत सकारात्मक तरीक़े से करें, ताकि पार्टनर को ऐसा न लगे कि आप उसपर किसी तरह का आरोप लगा रहे हैं या सेक्स लाइफ़ के नीरस होने का दोष उसके मत्थे मढ़ रहे हैं।
शिकायती लहज़े की बजाय उसे यह बताएं कि आप उससे कितना प्यार करते हैं। भूल से भी यह न कहें कि उसका अब अंतरंग पलों में पहले जितना इंट्रेस्ट नहीं रहा।
बजाय यह कह सकते हैं कि ‘मुझे लगता है कि तुम शायद अब हमारी सेक्स लाइफ़ को उतना एन्जॉय नहीं कर पाते’ या ‘मुझे हमारी सेक्स लाइफ़ में और एफ़र्ट लगाने की ज़रूरत है’। पार्टनर को ब्लेम करने के बजाय अपनी भावनाओं से उसे अवगत कराएं।
तैयारी के लिए अपना टाइम लें
ज़ाहिर है इस बारे में बात करने के लिए काफ़ी हिम्मत चाहिए होगी, तो अपना समय लें, जल्दबाज़ी न करें। पर हां, टाइम लेने का यह मतलब नहीं है कि इस बारे में बात ही न करें।
आपको पार्टनर के सामने अपनी बात रखनी है, सो उसके लिए प्रैक्टिस करें। इस बारे में बातचीत शुरू करने के लिए मुद्दों की तलाश करिए।
बातों ही बातों में अपनी बात कह दें। यदि टाइम लेने के बाद भी ख़ुद को बात करने के लिए तैयार न कर पा रहे हों तो सेक्स थेरैपिस्ट या रिलेशनशिप काउंसिलर की मदद लें। प्रोफ़ेशनल की मदद से चीज़ें तेज़ी से दुरुस्त होंगी।
बातचीत के पहले ईगो को दूर रख दें
किसी भी कपल की ज़िंदगी में सेक्स के बारे में बात करना बेहद संवेदनशील मुद्दा होता है। इस मुद्दे पर बात करते हुए ज़रा भी यहां-वहां हुआ नहीं कि रिश्ते की डोर कमज़ोर पड़ जाती है।
ऐसा न हो इसलिए बातचीत के पहले अपने ईगो को ख़ुद से कोसों दूर कर दें। जब बिना किसी ईगो के बातचीत शुरू करेंगे तो इस बात की संभावना अधिक होगी कि बातचीत किसी सकारात्मक नतीजे पर पहुंचेगी।
वहीं अगर आपका ईगो सामने आया तो पार्टनर का ईगो भी उसके सामने तनकर खड़ा हो जाएगा। ऐसा होने पर इस पूरी एक्सरसाइज़ से बात के बिगड़ने के अलावा आपके हाथ कुछ और नहीं लगनेवाला।a