कच्छ/अहमदाबाद: गुजरात यात्रा के दूसरे एवं अंतिम दिन रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने कच्छ जिले के भुज कस्बे में कई विकास परियोजनाओं का शिलान्यास एवं उद्घाटन किया।
इस दौरान प्रधानमंत्री ने भुज स्मृति वन मेमोरियल (Bhuj Smriti Van Memorial) का भी उद्घाटन किया। इस मेमोरियल को 2001 में गुजरात में आए विनाशकारी भूकंप में मारे गए लोगों की स्मृति में बनाया गया है।
प्रधानमंत्री मोदी ने विकास परियोजनाओं की सौगात देने से पहले भुज में तीन किलोमीटर लंबा रोड शो निकाला। इस रोड शो में भारी भीड़ उमड़ी।
प्रधानमंत्री का अभिवादन करने के लिए दिव्यांग और बच्चों के साथ हजारों लोग दोनों तरफ लाइन में खड़े नजर आए। इस दौरान पारंपरिक नृत्य के साथ लोगों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया।
Road show के दौरान प्रधानमंत्री सड़कों पर पैदल घूमते हुए लोगों का अभिवादन करते नजर आए। इसके बाद उन्होंने स्मृति वन मेमोरियल का उद्घाटन किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने श्यामजी कृष्णा वर्मा विश्वविद्यालय के मैदान में आयोजित जनसभा में कहा कि एक दौर था जब गुजरात पर एक के बाद एक संकट आ रहे थे।
प्राकृतिक आपदा से गुजरात निपट ही रहा था कि साजिशों का दौर शुरू हो गया। देश-दुनिया में गुजरात को बदनाम करने के लिए, यहां निवेश को रोकने के लिए एक के बाद एक साजिशें की गईं।
स्मारक भुज के निर्माण पर करीब 400 करोड़ रुपये की लागत आई
ऐसी स्थिति में भी एक तरफ गुजरात देश में डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट बनाने वाला पहला राज्य बना। साल 2001 में पूरी तरह तबाह होने के बाद से कच्छ में जो काम हुए हैं वो अकल्पनीय हैं। कच्छ में 2003 में क्रांतिगुरु श्यामजी कृष्णवर्मा विश्वविद्यालय बना तो वहीं 35 से भी ज्यादा नए कॉलेजों की भी स्थापना की गई है।
यह स्मारक भुज (Memorial Bhuj) में 2001 में आए भयानक भूकंप में जान गंवाने वाले 13 हजार लोगों की याद में बनाया गया है। करीब 470 एकड़ क्षेत्रफल में निर्मित यह स्मारक इस दिल दहला देने वाली त्रासदी से उबरने के लोगों के जज्बे को भी दर्शाता है। इसके निर्माण पर करीब 400 करोड़ रुपये की लागत आई है।


