नई दिल्ली: अब घर से बाहर खाना खाने वालों को सरकार ने बड़ी राहत दी है। यदि लोग होटल या किसी रेस्टोरेंट (Restaurant) में खाना खाते हैं तो उनसे सर्विस चार्ज के रूप में अतिरिक्त पैसे की वसूली होटल संचालक नहीं कर सकेंगे।
इसके लिए सेंट्रल कंज्यूमर प्रोटेक्शन (Central Consumer Protection) ने नियम बना दिया है। उसने इसके लिए ग्राहकों की सुविधा के लिए 1915 हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया है।
यदि ग्राहकों से वसूली होती है तो वे इस नंबर पर कॉल कर शिकायत कर सकते हैं। सर्विस चार्ज वसूले जाने पर कंज्यूमर नेशनल कंज्यूमर हेल्पलाइन नंबर 1915 (consumer helpline number 1915 ) पर शिकायत कर सकते हैं।
केंद्र सरकार के उपभोक्ता मामलों के विभाग ने करीब एक महीने पहले नेशनल रेस्टोरेंट एसोसिएशन ऑफ इंडिया के साथ हुई बैठक में सर्विस चार्ज नहीं वसूलने को लेकर सख्त निर्देश जारी किया था।
कंज्यूमर अफेयर मिनिस्ट्री (Consumer Affairs Ministry) के अनुसार होटल और रेस्टोरेंट में दिए जाने वाले खाने की कीमत में फूड और सर्विस पहले से ही शामिल होते हैं। ग्राहक डिस्ट्रिक्ट कलेक्टर के पास भी शिकायत कर सकते हैं। जांच के बाद शिकायत को उउढअ के पास भेजा जा सकता है।
सबसे पहले समझें, सर्विस चार्ज क्या होता है?
जब आप किसी प्रोडक्ट या सर्विस को खरीदते हैं तो उसके लिए कुछ पैसे देने पड़ते हैं। इसे ही सर्विस चार्ज कहते हैं। यानी होटल या रेस्टोरेंट में खाना परोसने और दूसरी सेवाओं के लिए ग्राहक से सर्विस चार्ज लिया जाता है।
ग्राहक भी होटल या रेस्टोरेंट से बिना सवाल-जवाब किए सर्विस चार्ज के साथ पेमेंट कर देते हैं। हालांकि ये चार्ज ट्रांजैक्शन (Charge Transaction) के समय ही लिया जाता है, न की सर्विस लेते वक्त।
बिल का कुछ प्रतिशत वसूला जाता है सर्विस चार्ज
सर्विस चार्ज आपके होटल या रेस्टोरेंट के बिल में सबसे नीचे लिखा होता है। ये आमतौर पर आपके बिल का कुछ प्रतिशत हो सकता है। ज्यादातर ये 5% रहता है। यानी, आपका बिल अगर 1,000 रुपए का हुआ है तो ये 5% सर्विस चार्ज 1,050 रुपए हो जाएगा।
सर्विस चार्ज ग्राहकों के लिए वैकल्पिक: पीयूष गोयल
कंज्यूमर अफेयर्स मिनिस्टर पीयूष गोयल ने कहा कि रेस्टोरेंट किसी के बिल में जबरदस्ती सर्विस चार्ज नहीं लगा सकते हैं। सर्विस चार्ज ग्राहकों के लिए वैकल्पिक है।
अगर रेस्टोरेंट को लगता है कि कर्मचारियों को कुछ सुविधाएं दी जानी चाहिए तो इसे उन पर थोपा नहीं जा सकता है। उन्होंने कहा कि रेस्टोरेंट यह नहीं कह सकते कि सर्विस चार्ज पर रोक लगाने से उन्हें नुकसान होगा।
बता दें कि इस पर लंबे समय से शिकायतें मिलने के बाद यह कदम उठाया गया है।हालांकि इसका एक दुष्परिणाम यह है कि इसमें होटल संचालक (Hotel Operator) दाम बढ़ा सकते हैं। ऐसे में ग्राहकों को खाना महंगा पड़ेगा।