नई दिल्ली: हार्ट विशेषज्ञ हिदायत देते रहे हैं कि रात में 7 से 10 घंटे की नींद बहुत जरूरी है। यही वह समय होता है जब शरीर खुद को रिचार्ज करता है। लेकिन ये पाया गया है कि पिछले कुछ दशकों में लोगों की नींद में दो घंटे की कमी आई है।
बेहतर नींद के अभाव में लोगों में हार्ट अटैक की संभावना भी बढ़ी है। नींद ना आने की वजह बेतरतीब लाइफ स्टाइल, मोबाइल, खानपान बताया जा रहा है।
सेंटर्स फॉर डिजीज एंड कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के मुताबिक, सोना हमारे शरीर को हेल्दी रखने के लिए बहुत जरूरी है। हेल्दी एडल्ट के लिए कम से कम 7 घंटे की रात की नींद हार्ट की कई बीमारियों को होने से बचा सकती है।
जानकारी के मुताबिक, हर तीन अमेरिकन में से एक नींद की समस्या से जूझ रहा है। यह समस्या एक दो दिन तक तो ठीक है लेकिन अगर ऐसा कई दिनों तक रहा तो यह हार्ट डिजीज, हार्ट अटैक, स्ट्रोक का कारण बन सकता है।
जब आप अच्छी नींद ले रहे होते हैं तो आपके दिल की धड़कन, ब्लड प्रेशर और मैटाबॉलिज़्म कम होता है जिससे हृदय की मांसपेशियों को आराम करने का समय मिलता है लेकिन जब ऐसा नहीं होता तो हाई ब्लड प्रेशर, टाइप टू डाइबिटीज, ओबेसिटी की समस्या हो सकती है। इसके अलावा डिप्रेशन भी बढ़ सकता है।
जानकारी के मुताबिक, हर दस में से एक इंसान नींद की कमी से परेशान है। जिसका सीधा संबंध दिल की सेहत से है।
ऐसे में हमेशा याद रखना जरूरी है कि दिल जीवन में हर पल काम करता रहता है और उसे तरोताजा करने के लिए 7 से 8 घंटे की नींद बहुत जरूरी है।
बता दें कि लगातार बढ़ते तनाव और महामारी के दौर में घर में रहने की मजबूरी ने सबसे ज्यादा प्रभावित हमारी नींद को किया है। हम बेहतर नींद के अभाव में मानसिक रूप से तो थका महसूस करते ही हैं, इसका असर हमारे हार्ट पर भी बहुत पड़ता है।